लखनऊ. इंतजार खत्म हुआ, रेलवे ने देश की पहली कार्पोरेट ट्रेन तेजस एक्स्प्रेस को फिर से चलाने का ऐलान कर दिया है। दिल्ली से लखनऊ के बीच एक बार फिर से Tejas Express का सफर किया जा सकेगा। कोरोना काल में दूसरी ट्रेनों की तरह तेजस में सफर करने पर कोविड प्रोटोकाॅल (Covid Protocol) का नियम फाॅलो करना होगा। ट्रेन में सहूलियतें सारी पहले जैसी ही दी जा रही हैं, लेकिन इस बार इसके किराए के सिस्टम में बदलाव किया गया है। पहली बार किसी ट्रेनम में वीकेंड किराया सिस्टम लागू किया जा रहा है। यानि रविवार और शनिवार को तेजस का सफर करने के लिये आम दिनों की अपेक्षा अधिक जेब ढीली करनी पड़ेगी।
सप्ताह में केवल चार दिन चलेगी
आईआरसीटीसी (IRCTC) की ओर से जारी शेड्यूल के मुताबिक फिलहाल तेजस एक्सप्रेस का संचालन सप्ताह में केवल चार दिन शुक्रवार, शनिवार, रविवार और सोमवार को होगा। तेजस का रिजर्वेशल शुरू हो चुका है और लोगों ने बुकिंग कराना भी शुरू कर दिया है। इसमें अभी फिलहाल 30 दिन पहले तक अपना रिजर्वेशन कराया जा सकेगा।
किराया सिस्टम
देश में पहली बार ट्रेन में डायनमिक किराया (Dynamic Fare System) पेश किया जा रहा है। तेजस पहली ट्रेन होगी जिसमें वीकेंड किराया सिस्टम (Weekend Fare System) लागू होगा। यानि वीकेंड के दिन शनिवार और रविवार को सफर करने पर बाकी दिनों की अपेक्षा ज्यादा किराया देना होगा। शनिवार और रविवार को लखनऊ से नई दिल्ली का किराया 950 रुपये जबकि कानपुर से 850 रुपये होगा। हालांकि शुक्रवार और सोमवार को यही किराया घटकर लखनऊ से 870 और कानपुर से 780 रुपये हो जाएगा। हालांकि उन लोगों को 10 प्रतिशत किराए का फायदा हो सकता है जो पहले बुकिंग कराएंगे। एसी चेयरकार में 40 प्रतिशत यानि 273 सीटों के बाद बुकिंग पर 10 प्रतिशत किराया बढ़ेगा। हालांकि यह 30 प्रतिशत से अधिक नहीं बढ़ाया जा सकेगा।
सामान चाेरी हुआ तो मिलेगा बीमा
तेजस पहली ऐसी ट्रेन है जिसमें सफर करते समय सामान चोरी हो या यात्रा के दौरान घर में चोरी। आईआरसीटीसी इसके लिये एक लाख रुपये तक का कवरेज और बीमा देता है। सामान चोरी होने या घर पर चोरी होने पर एक लाख रुपये तक कवरेज के अलावा 25 लाख रुपये के यात्रा बीमा (Insurence) की सुविधा देता है।
यात्री न मिलने के चलते हुई थी बंद
कोरोना संक्रमण और मार्च में लाॅक डाउन के चलते ट्रेनों का संचालन बंद होने के बाद बीते साल 17 अक्टूबर से तेजस को दोबारा चलाया गया था। पर इस ट्रेन को यात्री न मिलने के चलते नुकसान हो रहा था। यहां तक कि दीपावली में भी सीटें खाली जा रही थीं। 14 नवंबर को इसे कैंसिल (Cancle) भी करना पड़ा था। रोजाना महज 20 से 30 यात्रियों के बुकिंग के चलते 23 नवंबर को तेजस एक्सप्रेस को अगले आदेश तक के लिये बंद कर दिया गया था।