भक्तों ने की विधिवत पूजा
जमीन के भीतर से शिवलिंग निकलने की जानकारी सुब करीब दस बजे सामने आई। मामला सामने आते ही मंदिर समूह, होटलों या बाजार में मौजूद श्रद्धालु मंदिर की ओर दौड़ पड़े। भक्तों ने रोली, चंदन और पुष्प अर्पित कर भगवान शिव का विधिवत पूजन किया। साथ ही भोले के जयकारे भी लगाए।
जमीन से करीब एक फिट नीचे मिला शिवलिंग
खोदाई के दौरान जमीन से करीब एक फिट नीचे ही वास्तविक स्थिति में शिवलिंग मिलने से कौतुहल पैदा हो गया था। उसके बाद कार्यदायी संस्था ने उस स्थान पर खोदाई का कार्य रोक दिया था। शिवलिंग प्रगट होने की जानकारी मिलते ही भारी संख्या में श्रद्धालु भी मौके पर पहुंच गए थे।
लिंग रूप में शिव पूजन यहीं से हुआ शुरू
बताया जाता है कि जागेश्वर धाम से ही धरती पर भगवान शिव की लिंग रूप में पूजा की शुरुआत हुई थी। जागेश्वर मंदिर समूह में भगवान शिव के करीब 108 मंदिर हैं। जागेश्वर से डेढ़ किमी दूर कोटेश्वर में कोटलिंग नामक स्थान पर खोदाई के दौरान कई शिवलिंग मिल चुके हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम भी कोटलिंग का सर्वे कर चुकी है।