संघ की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, प्रचारक के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए लखनऊ के भारती भवन में रखा गया है। यहां पर तमाम वरिष्ठ प्रचारकों और राजनीतिक हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। संघ के सर सहकार्यवाह अरुण कुमार ने भी उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी। उनका अंतिम संस्कार आज ही गंगा तट, भैरो घाट, कानपुर में होगा।
सीएम योगी ने जताया शोक
वरिष्ठ प्रचारक बालजी के निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने शोक व्यक्त किया है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, “आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक, पूर्व अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख और अवध प्रांत के पूर्व प्रांत प्रचारक श्री बालकृष्ण जी का निधन अत्यंत दुःखद है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोकाकुल स्वयंसेवकों व परिजनों को यह अथाह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!”कानपुर देहात में हुआ था बालकृष्ण का जन्म
संघ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, बालकृष्ण का जन्म पांच मार्च 1937 में कानपुर देहात के कांठीपुर गांव में हुआ था। उन्होंने कानपुर के डीएवी कॉलेज से एम कॉम किया था। शिक्षा पूरी होने के बाद आवो कानपुर के एर्गन मिल में सेवारत थे। कानपुर के तत्कालीन विभाग प्रचारक स्व. अशोक सिंघल की प्रेरणा से नौकरी छोड़कर सन 1962 में आप संघ के प्रचारक बने। वह बिल्हौर के तहसील प्रचारक रहे। फिर कानपुर के नगर प्रचारक, इसके बाद जिला प्रचारक, विभाग प्रचारक, प्रांत प्रमुख, सह प्रांत प्रचारक फिर अवध प्रांत के प्रांत प्रचारक बने। यह भी पढ़ें