ग्रामीण इलाकों में जलमग्न स्थिति
गांवों में पानी भर जाने से ग्रामीणों को घर से बाहर निकलने में कठिनाई हो रही है। घरों के बाहर तक पानी पहुंच गया है, जिससे लोग परेशान हैं। स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि स्कूली बच्चों को भी जोखिम लेकर सड़कों पर चलकर स्कूल जाने को मजबूर होना पड़ रहा है। यह भी पढ़ें
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प्रशासनिक निरीक्षण की कमी
ग्रामीणों का आरोप है कि अब तक किसी भी अधिकारी ने जलमग्न इलाकों का निरीक्षण नहीं किया है। उन्हें प्रशासन से कोई मदद नहीं मिल रही है, जिससे उनका गुस्सा और निराशा बढ़ती जा रही है।फसलें हुईं बर्बाद
ग्रामीणों का कहना है कि लगभग 50 फीसदी फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं। इस बाढ़ ने न सिर्फ उनके घरों को प्रभावित किया है, बल्कि उनके कृषि जीवन को भी तहस-नहस कर दिया है। यह भी पढ़ें