मुख्यमंत्री का कथन और वास्तविकता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी विधानसभा में विश्वास व्यक्त करते हुए कहा था, “जल निकासी की उपयुक्त व्यवस्था की गई है और इस वजह से कहीं भी बरसात के कारण सड़कों पर जलभराव नहीं होगा।” लेकिन उनके भाषण के बाद जब वे सदन से अपने आवास वापसी के लिए निकलने लगे, तो उन्होंने देखा कि विधानसभा के पोर्टिको और भूतल पर एक फीट पानी भरा हुआ था।विधानसभा में जलभराव की स्थिति
विधानसभा की लिफ्ट में भी पानी भर गया, जिससे मुख्यमंत्री का काफिला दूसरे मार्ग से रवाना हुआ। यह स्थिति नगर निकायों और प्रशासन की जल निकासी व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा करती है। लखनऊ में इस भारी बारिश के दौरान जल निकासी की समस्याओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस बयान को भी झूठला दिया, जिसमें उन्होंने जलभराव न होने का दावा किया था। इससे राजधानी में बुनियादी सुविधाओं की स्थिति पर चिंतन की आवश्यकता स्पष्ट होती है।