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कार्यशाला का उद्देश्य और महत्वपूर्ण बिंदु
पंचायती राज मंत्री ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना है। बैठक में अध्यक्षों द्वारा जिला पंचायतों में स्थित विभिन्न प्रकार की संपत्तियों के प्रबंधन पर विशेष जोर दिया गया। इस हेतु एक कारगर नीति बनाए जाने का सुझाव रखा गया, जिसका उद्देश्य संपत्तियों का प्रभावी प्रबंधन करना है। यह भी पढ़ें
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कर्मचारियों की कमी और अन्य समस्याएं
इसके अतिरिक्त, जिला पंचायत अध्यक्षों ने कर्मचारियों की कमी को दूर करने हेतु नई नियुक्तियों का सुझाव दिया। पंचायती राज मंत्री ने अध्यक्षों द्वारा प्रस्तुत मांगों पर शीघ्र ही उचित कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया। यह भी पढ़ें
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महत्वपूर्ण घोषणाएं
समस्याओं का समाधान: जिला पंचायत अध्यक्षों की व्यावहारिक समस्याओं का निराकरण शीघ्र किया जाएगा। संपत्ति प्रबंधन: जिला पंचायतों की संपत्तियों के प्रबंधन के लिए कारगर नीति बनाई जाएगी। कर्मचारियों की नियुक्ति: कर्मचारियों की कमी को दूर करने हेतु नियुक्ति प्रक्रिया को तेज किया जाएगा। यह भी पढ़ें
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इस कार्यशाला के माध्यम से पंचायती राज व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे, जिससे जिला पंचायतों के कार्यों में सुधार होगा और जनहित की योजनाओं को गति मिलेगी। यह भी पढ़ें