महिला सुरक्षा के लिए सख्त कदम
मुख्य सचिव ने बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए, जिनमें महिलाओं के लिए सुरक्षा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करना और नए प्रोजेक्ट्स को लागू करना शामिल है: यह भी पढ़ें
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‘पिंक बूथ’ और ‘पिंक स्कूटी/पिंक पेट्रोल’: लखनऊ की तर्ज पर सभी कमिश्नरेट्स में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पिंक बूथ बनाए जाएंगे और महिलाओं के लिए पिंक स्कूटी या पेट्रोलिंग की व्यवस्था की जाएगी।महिला बैरक: हर थाने में महिला बैरक की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
फीडिंग रूम: मॉल, सार्वजनिक स्थलों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और अन्य जगहों पर शिशुओं के लिए फीडिंग रूम की व्यवस्था होगी।
वर्किंग वूमेन हॉस्टल: लखनऊ और नोएडा में वर्किंग वूमेन हॉस्टल का निर्माण किया जाएगा।
शौचालय और क्रेच: कार्यस्थलों पर महिलाओं के लिए अलग से शौचालय और क्रेच की व्यवस्था की जाएगी।
विशेष ऑपरेशन अभियान
मुख्य सचिव ने यह भी बताया कि अगले तीन महीनों में 10-10 दिनों के लिए नौ विशेष अभियान संचालित किए जाएंगे, जिनका मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और उनसे जुड़े अपराधों को रोकना होगा। यह भी पढ़ें
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ऑपरेशन गरुड़ (पहले 10 दिन)
महिलाओं और बच्चियों से जुड़े साइबर अपराधों का शत-प्रतिशत निस्तारण करने के लिए ऑपरेशन गरुड़ चलाया जाएगा। इसमें पंजीकृत अभियोगों और प्रार्थना पत्रों का निपटारा किया जाएगा।
ऑपरेशन शील्ड (11-20 दिन)
एसिड की अवैध बिक्री और वितरण पर रोक लगाने के लिए ऑपरेशन शील्ड चलाया जाएगा।ऑपरेशन डेस्ट्रॉय (21-30 दिन)
अश्लील सीडी, डीवीडी, पुस्तकें, साहित्य और अन्य आपत्तिजनक सामग्री की जांच और जब्ती के लिए ऑपरेशन डेस्ट्रॉय लागू किया जाएगा।ऑपरेशन मजनू और ऑपरेशन बचपन
31 से 40 दिन के बीच ऑपरेशन मजनू चलाया जाएगा, जिसका उद्देश्य महिलाओं और बच्चियों के साथ होने वाली छेड़खानी और उत्पीड़न को रोकना है। इसी के साथ, बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति और बाल विवाह के खिलाफ प्रदेश भर में ऑपरेशन बचपन चलाया जाएगा। यह भी पढ़ें
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मानव तस्करी पर सख्त कार्रवाई
अवैध स्पा सेंटर, मसाज पार्लर, और होटलों में हो रही मानव तस्करी को रोकने के लिए 71 से 80 दिन के बीच ऑपरेशन रक्षा चलाया जाएगा। इसमें तस्करी कर लाई गई महिलाओं और बच्चियों को रेस्क्यू कर पुनर्वासित किया जाएगा।अन्य विशेष ऑपरेशन
ऑपरेशन खोज: 41 से 50 दिन के बीच गुमशुदा बच्चों की खोज और पुनर्वास के लिए संचालित आश्रय गृहों का निरीक्षण किया जाएगा।ऑपरेशन ईगल: 81 से 90 दिन के बीच महिला संबंधी अपराधों में वांछित और जेल से बाहर आए अभियुक्तों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह मिशन शक्ति 05 महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके तहत प्रदेश भर में जागरूकता और सुरक्षा अभियान चलाए जाएंगे, ताकि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोका जा सके और उन्हें न्याय और सुरक्षा प्रदान की जा सके।