लखनऊ. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) आज प्रेसिडेंशियल स्पेशल ट्रेन से यूपी आएंगे। भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के बाद प्रेसिडेंशियल स्पेशल ट्रेन से यात्रा करने वाले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पांचवें राष्ट्रपति हैं। भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने ट्रेन से यात्रा करने का रिकॉर्ड बनाया था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 27 जून को अपने पैतृक गांव कानपुर देहात के परौंख ( Paraunkh, in Uttar Pradesh’s Kanpur Dehat) जाएंगे। जहां वे अपने मित्रों, सहपाठियों से मिलेंगे और एक मंदिर में दर्शन भी करें। कोविंद जब बिहार के राज्यपाल थे तब वे आखिरी बार 2017 में परौंख गांव आए थे। 25 जुलाई 2017 को वे देश के राष्ट्रपति बने। उसके बाद वह गांव नहीं आ सके। 28 जून को इस अद्भुत ट्रेन राजधानी लखनऊ पहुंचेंगे और 29 को नई दिल्ली वापस लौट जाएंगे।
यूपी के नए डीजीपी की तलाश तेज, केंद्र में 29 को होगी बैठक सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद :- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की यात्रा को लेकर राष्ट्रपति स्पेशल ट्रेन का ट्रायल दिल्ली से अलीगढ़ तक पूरा कर लिया गया है। सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद है। बम स्कॉयड टीम ने कानपुर जंक्शन के आस पास चप्पा-चप्पा छान मारा है।
ट्रेन यात्राओं के दीवाने थे प्रथम राष्ट्रपति :- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज प्रेसिडेंशियल स्पेशल ट्रेन से यात्रा करने वाले देश के पांचवें राष्ट्रपति हो जाएंगे। आज से ठीक 15 वर्ष पूर्व वर्ष 2006 में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने दिल्ली से देहरादून की यात्रा की थी। देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने वर्ष 1950 में इस ट्रेन से ही दिल्ली से कुरुक्षेत्र गए थे। प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ट्रेन यात्राओं के दीवाने थे। उनके बाद डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन वर्ष 1977 में और डॉ. नीलम संजीवा रेड्डी ने इस ट्रेन से यात्रा की है। पूर्व राष्ट्रपति कलाम की यात्रा के बाद से यह स्पेशल ट्रेन दिल्ली में खड़ी रहती है।
प्रेसिडेंसिल स्पेशल ट्रेन ( President’s special train ) के बारे में जानें :- प्रेसिडेंसिल स्पेशल ट्रेन का इतिहास भी अनूठा है। राष्ट्रपति जिस ट्रेन से सफर करते हैं, उसे प्रेसीडेंशियल सैलून भी कहते हैं। यह ट्रेन की श्रेणी में तो नहीं आती है पर रेल पटरियों पर चलती है इसलिए इसे प्रेसीडेंशियल ट्रेन कहते हैं। इसमें दो कोच होते हैं, जिनका नंबर 9000 व 9001 होता है। यह एक विशेष ट्रेन है। यह बुलेट प्रूफ विंडो, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, हर आधुनिक सुविधा से लैस होती है।