यह भी पढ़ें
Sitapur Accident: सीतापुर में सड़क हादसे में दो सगी बहनों की मौत, एक किशोरी गंभीर रूप से घायल
देवर पर गंभीर आरोप, महिला ने दर्ज कराई शिकायत
पीजीआई थाना क्षेत्र की महिला ने अपने देवर विलास पर दुष्कर्म की कोशिश का आरोप लगाते हुए पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया है। महिला का आरोप है कि विलास काफी समय से उस पर बुरी नजर रखता था और उसकी निजी गतिविधियों को छिपकर देखता था। महिला ने बताया कि वह अपने पति, जेठ, जेठानी और देवर के साथ घर में रहती है। यह भी पढ़ें
UP Politics: अखिलेश यादव आज बहराइच के पीड़ित परिवारों से करेंगे मुलाकात
महिला का आरोप है कि उसका देवर बाथरूम में नहाते समय, कपड़े बदलते समय और शौच के दौरान दरवाजे के दराज से झांकता था। इसके अलावा, वह महिला के प्रति अश्लील टिप्पणी भी करता था। महिला ने जब इस बारे में अपने परिवार के सदस्यों को बताया, तो इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।दुष्कर्म के प्रयास की घटना
घटना के दिन, पीड़िता का पति ऑफिस गया हुआ था, और वह अपने कमरे में अकेले लेटी थी। उसी समय देवर विलास उसके कमरे में घुस आया और जबरन उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। पीड़िता के मुताबिक, उसने शोर मचाया, जिससे उसकी जेठानी कमरे में पहुंची और उसे देवर से बचाया। घटना के बाद पीड़िता ने पुलिस को सूचना दी और देवर के खिलाफ दुष्कर्म के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया। यह भी पढ़ें
Lucknow Airport: बारिश के कारण लखनऊ का अमौसी एयरपोर्ट ठप, विमान वाराणसी डायवर्ट
पुलिस की कार्रवाई और जांच
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पीजीआई थाना प्रभारी का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए हर पहलू की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि साक्ष्यों को इकट्ठा करने के साथ ही परिवार के अन्य सदस्यों से भी पूछताछ की जाएगी। पीड़िता की मेडिकल जांच भी कराई गई है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई आगे बढ़ेगी।परिवार में तनाव और सामाजिक दबाव
घटना के बाद से पीड़िता का परिवार तनाव में है। घर के भीतर होने वाली ऐसी घटनाएं अक्सर परिवार के सदस्यों के बीच दरार पैदा कर देती हैं। इसके अलावा, सामाजिक दबाव और बदनामी का डर भी पीड़ित परिवार पर हावी रहता है, जो मामले को और भी जटिल बना देता है। यह भी पढ़ें
Good News: अक्टूबर से UPSRTC में कंडक्टर और ड्राइवरों की भर्ती शुरू
महिला सुरक्षा पर सवाल
यह घटना एक बार फिर समाज में महिला सुरक्षा के सवाल खड़े करती है। परिवार के भीतर ऐसी घटनाएं महिलाओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डालती हैं। इस मामले में पीड़िता ने पुलिस की मदद लेकर सही कदम उठाया है, लेकिन समाज में अभी भी कई महिलाएं हैं जो परिवार के डर से अपनी आवाज़ नहीं उठा पातीं। यह भी पढ़ें