चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही अयोध्यावासी कशमकश में हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले उनके रिश्तेदार, मित्र और अन्य लोग रोज फोन करके अलग-अलग सवाल पूछ रहे हैं। सबका लब्बोलुआब एक ही है कि आखिर ऐसा हो कैसे गया? वह भी जब 500 वर्षों की लंबी प्रतीक्षा के बाद भाजपा के ही राज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों नव्य और भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई हो। यह तो सिर्फ कुछ बानगी भर है। अयोध्या में रहने वाले ज्यादातर लोग इन दिनों ऐसे ही चुभते हुए सवालों का सामना कर रहे हैं। अपने-अपने तरह से समझाने की कोशिश भी।
सोशल मीडिया पर भी नहीं थम रही जुबानी जंग
अयोध्या में भाजपा की हार को लेकर सोशल मीडिया पर शुरू हुई जुबानी जंग भी थमने का नाम नहीं ले रही है। लगातार तीन दिन से सोशल मीडिया पर अयोध्यावासियों पर कटाक्ष किया जा रहा है। पिछले दो दिनों से एक संत का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह रोते हुए कहते दिख रहे कि पूरे भारत में भाजपा हार जाती तो कोई बात नहीं थी। अयोध्या जीतती तो पूरी दुनिया जय श्रीराम कहती। आज लग रहा कि अयोध्यावासियों ने फिर से वो त्रेता लौटा दिया, जब मां सीता और प्रभु श्रीराम को 14 वर्ष का वनवास कर दिया गया था।
अयोध्या के लोगों को गालियां देते हुए बनाया वीडियो, दो युवक हिरासत मे
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। दोनों पर फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र में भाजपा की हार के बाद अयोध्या के लोगों को गालियां देते हुए एक वीडियो बनाने और उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने का आरोप है। पुलिस ने 6 जून की देर रात उन्हें हिरासत में ले लिया। इनमें से एक युवक दक्ष चौधरी का नाम पहले भी विवादों में रहा है। वह कन्हैया कुमार को थप्पड़ मारने के मामले में चर्चा में आ चुका है।