सबसे पहले मुख्य द्वार का ताला खोला गया। इसके बाद गर्भ गृह का। गर्भगृह में पूजा-अर्चना के साथ ही दर्शन शुरू कर दिए गए। पहले दिन सुबह से शाम 5 बजे तक दर्शन होंगे। 11 मई शनिवार को केदारनाथ में रक्षक देवता के रूप में भगवान भैरवनाथ के कपाट खुलेगा। साथ ही केदारनाथ मंदिर में बाबा केदार की आरती और भोग प्रसाद शुरू हो जाएगी।
9 मई को केदारनाथ पहुंची थी बाबा की डोली
विश्व प्रसिद्ध 11वें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ की चल विग्रह पंचमुखी डोली 9 मई को केदारनाथ धाम पहुंची थी। यहां श्रद्धालुओं ने ‘ॐ नमः शिवाय’ और ‘जय बाबा केदार’ के जयकारों के साथ डोली का स्वागत किया। इस दौरान सेना के 6 ग्रेनेडियर रेजीमेंट की बैंड की धुन से डोली का अभिनंदन किया गया। बाबा केदार की चल विग्रह पंचमुखी डोली चार दिन की पैदल यात्रा के बाद गुरुवार दोपहर 3 बजे केदारनाथ धाम पहुंची।