लखनऊ. Guidelines for Hajj: कोरोना (Coronavirus) संकट के बीच हज पर जाने के लिए अभी आधिकारिक रूप से अनुमति नहीं मिली है, लेकिन हज कमेटी ने सऊदी अरब से जारी गाइडलाइन का अनुपालन कराने का निर्देश जारी कर दिया है। वहीं सऊदी अरब से आई गाइडलाइन के बाद अब हज यात्रा होने की उम्मीद भी जगी है, लेकिन आखिरी फैसला अभी होना बाकी है। सऊदी अरब से जारी गाइडलाइन के मुताबिक इस बार केवल 18 से 60 साल तक के ही लोग हज जा सकेंगे। साथ ही सऊदी अरब रवाना होने से पहले कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक लेना भी जरूरी कर दिया गया है। वहीं हज सचिव राहुल गुप्ता के मुताबिक हज यात्रा के लिए हम लोग अपनी ओर से पूरी तैयारी कर रहे हैं। हज यात्रा के लिए अभी हमें लिखित में कोई आदेश नहीं मिला है। हमें अभी सिर्फ गाइडलाइन की जानकारी मिली है, जिसे हमने वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है।
जारी हुई गाइडलाइंस हज कमेटी के मुताबिक एक हफ्ते में सऊदी अरब से पूरी डिटेल आने की उम्मीद है। हालांकि सऊदी मिनिस्ट्री ने हज 2021 को लेकर हेल्थ गाइडलाइंस जारी कर दी है। इसके मुताबिक कोविशिल्ड की दोनों डोज लेने वाले 18 से 60 साल के बीच के लोग ही इस साल हज पर जा सकेंगे। क्योंकि गाइडलाइन में कोवैक्सीन को मान्यता नहीं दी गई है। ऐसे में जिन आवेदकों ने को-वक्सीन लगवाई है, उनका जाना अब मुश्किल है। इसके अलावा हज जाने वाले शख्स को पिछले छह महीने में कोई बीमारी भी नहीं होनी चाहिये और अस्पताल में भी न भर्ती हुए हों। ये सारी शर्तें पूरी करने वाले ही हज पर सऊदी अरब जा सकेंगे। हज यात्री को एक मेडिकल सर्टिफिकेट भी देना होगा।
प्रोवेन्शियल बेसिस पर लिए गए थे आवेदन हज कमेटी ने बताया कि इस साल हज यात्रियों के आवेदन प्रोवेन्शियल बेसिस पर लिए गए थे, क्योंकि सऊदी अरब से हज को लेकर कोई गाइडलाइन तब तक जारी नहीं हुई थी। हमने 18 से 65 वर्ष के लोगों के सारे आवेदन ले लिये थे, लेकिन सऊदी अरब की गाइडलाइन आने के बाद अब 60 साल से ऊपर वाले लोगों के आवेदन कैंसिल किये जा रहे हैं। हज यात्रा में इस बार प्रदेश से कुल 6367 यात्रियों ने हज के लिए आवेदन किए हैं। इसमें लखनऊ से करीब 350 लोगों शामिल हैं। वहीं बीते सालों में हज यात्रा में तीस हजार से ज़्यादा संख्या में लोग हज पर जाते थे। कोरोना महामारी से पहले हर साल प्रदेश के लगभग 32 हजार हज यात्री सऊदी अरब जाते थे।