कोरोनावायरस संक्रमण का कहर, डीएम अभिषेक प्रकाश ने लगाया लखनऊ में रात्रि कर्फ्यू दिक्कत को बयां किया :- बुधवार को मेडिकल कॉलेज प्रयागराज से रिटायर्ड डॉ. मिलिंद मुखर्जी के अंतिम संस्कार के लिए परिवारीजन सुबह से देर रात तक बैंकुंठ धाम भैंसाकुंड (baikunth dham) के विद्युत शवदाह गृह के बाहर एंबुलेंस में शव के साथ इंतजार करते रहे। साथ में आए डीके सिंह ने कहा कि सुबह दस बजे से बैठे है रात में नम्बर आया है। स्टाफ के पास पीपीई किट नहीं थी। हमने पीपीई किट इन कर्मचारियों को दी। बैकुंठ धाम में सिर्फ एक मशीन चल रही है। दूसरी बंद है। पंखे बंद हैं। उन्होंने कहाकि, लाइन इतनी लम्बी है कि अभी कई लोगों का नम्बर सुबह पांच बजे आएगा।
पड़ोसी जिलों से भी आते हैं :- सीएमओ डॉ. संजय भटनागर ने बताया कि विद्युत शवदाह गृह पर जो शव अंतिम संस्कार के लिए पहुंच रहे हैं। उनमें कई बाहर से आए मरीजों (Corona virus) के भी हैं। यहां लखनऊ में बाहरी जिलों के साथ दूसरे प्रदेशों से भी मरीज इलाज के लिए लखनऊ आते हैं। उनकी मौत के बाद कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए परिवारीजन यहीं अंतिम संस्कार करते हैं। इससे इनकी संख्या ज्यादा बनी हुई है।
एक से डेढ़ घंटे का लगता है समय:- गुलाला घाट पर विद्युत शवदाह गृह की जिम्मेदारी देखने वाले कर्मचारी गुड्डू वाजपेयी ने बताया कि आसपास के जिलों के शव आने से लम्बी कतार लग जाती है। बुधवार को रात 10 बजे तक 11 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। बैकुंठ धाम पर बुधवार देर रात तक 16 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। एक शव के अंतिम संस्कार में करीब एक से डेढ़ घंटे का समय लग जाता है।
आलमबाग में बनेगा नया विद्युत शवदाह गृह :- नगर निगम मुख्य अभिंयता विद्युत यांत्रिक, रामनगीना त्रिपाठी ने बताया कि अभी भैंसाकुंड और गुलाला घाट पर विद्युत शवदाह गृह हैं। अब एक और विद्युत शवदाह गृह आलमबाग में बनाने की तैयारी है। उसके लिए शासन से बजट जारी हो रहा है। बजट आते ही काम शुरू करा दिया जाएगा।