पूर्व पीएम की बेटी की एक साल में पूरी हो गई थी मनोकामना
जागेश्वर धाम में दीप तपस्या के लिए न केवल उत्तराखंड बल्कि देश के तमाम राज्यों के श्रद्धालु पहुंचते हैं। पुजारियों के मुताबिक करीब तीन दशक पहले पूर्व पीएम नरसिम्हा राव की बेटी और दामाद भी जागेश्वर धाम के महामृत्युंजय मंदिर में दीप तपस्या कर चुके हैं। पुजारियों के मुताबिक दीप तपस्या के बाद पूर्व पीएम नरसिम्हा राव की बेटी की मनोकामना एक साल के भीतर ही पूरी हो गई थी। तब से यह परिवार इस धाम के प्रति बेहद आस्था और लगाव रखता है। दक्षिण भारत से साल में हजारों भक्त जागेश्वर धाम में पूजा अर्चना को पहुंचते हैं।भक्ति के आगे कठिनाइयां हो जाती है पस्त
बेहद कठिन मानी जाने वाली दीप तपस्या के लिए खासे नियम हैं। दीप तपस्या करने वाले भक्त को कम से कम 36 घंटे व्रत रखना पड़ता है। महामृत्युंजय मंदिर में शाम को आरती के वक्त भक्तजनों के हाथ में विधि-विधान से दीपक रख दिया जाता है। उसके बाद भक्त मंदिर के स्तंभों की आड़ में खड़े रहकर दीप तपस्या शुरू करते हैं। अगली सुबह करीब चार बजे प्रात: कालीन आरती के बाद भक्त के हाथ से पुजारी दीपक उताकर उसे भगवान के समक्ष रखते हैं। तब जाकर दीप तपस्या पूरी होती है। यह भी पढ़ें