ये भी पढ़ें- कोरोना के कारण अब यहां केवल 7 घंटे तक ही खुलेंगे बाजार लखनऊ-कानपुर की स्थिति चिंताजनक- पश्चिम यूपी में नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, आगरा जैसे शहरों के हालात सुधरे हैं, तो मध्य यूपी में लखनऊ व कानपुर के हालात चिंताजनक बने हुए हैं। लखनऊ में कुल संक्रमितों की संख्या 4503 है, इनमें 1585 मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं। 2861 मामले सक्रिय हैं। इसके अतिरिक्त कानपुर में 1301, गाजियाबाद में 1282, नोएडा में 979, वाराणसी में 941, झांसी में 894, गोरखपुर में 569, बरेली में 567, प्रयागराज में 540, अलीगढ़ में 532 करोनो को एक्टिव मामले हैं।
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30 जून तक प्रदेश में कुल 23,492 लोग संक्रमित हो चुके थे। लेकिन इसके बाद तेजी से मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई। 1 से 22 जुलाई तक मतलब केवल 22 दिनों में 32,096 नए मामले सामने आए। बीते एक सप्ताह में 1,728 के औसत से 12,096 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें तीन बार आंकड़ा दो हजार को पार कर गया। इसका मुख्य कारण अनलॉक में लोगों का कोरोना के प्रति कम गंभीर होना व लापरवाही बरतना। चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने भी इस बाबत कहा कि अनलॉक में लोगों की जागरूकता कम हुई है। उन्होंने बताया कि बारिश के मौसम में नमी के कारण वायरस हवा में रहता है और साधारण बातचीत में भी यह एक से दूसरे में फैल रहा है। ऐसा परिस्थितियां चिंतित करने वाली हैं। उन्होंने बताया कि इसी कारण प्रदेश के सभी जिलों में घर-घर सर्वे किया जा रहा है। इसमें करीब पौने दो लाख लोगों में खांसी-बुखार और नाक बहने के लक्षण पाए गए थे, जिनके नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।
30 जून तक प्रदेश में कुल 23,492 लोग संक्रमित हो चुके थे। लेकिन इसके बाद तेजी से मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई। 1 से 22 जुलाई तक मतलब केवल 22 दिनों में 32,096 नए मामले सामने आए। बीते एक सप्ताह में 1,728 के औसत से 12,096 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें तीन बार आंकड़ा दो हजार को पार कर गया। इसका मुख्य कारण अनलॉक में लोगों का कोरोना के प्रति कम गंभीर होना व लापरवाही बरतना। चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने भी इस बाबत कहा कि अनलॉक में लोगों की जागरूकता कम हुई है। उन्होंने बताया कि बारिश के मौसम में नमी के कारण वायरस हवा में रहता है और साधारण बातचीत में भी यह एक से दूसरे में फैल रहा है। ऐसा परिस्थितियां चिंतित करने वाली हैं। उन्होंने बताया कि इसी कारण प्रदेश के सभी जिलों में घर-घर सर्वे किया जा रहा है। इसमें करीब पौने दो लाख लोगों में खांसी-बुखार और नाक बहने के लक्षण पाए गए थे, जिनके नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।