RLD विधायक अनिल कुमार पिछले 2022 विधानसभा चुनाव से पहले तक समाजवादी पार्टी में थे। उन्हें RLD के टिकट पर चुनावी मैदान में उतारा गया था। सपा का नेता होने के कारण ही राज्यसभा चुनाव से पहले उनके क्रास वोटिंग की चर्चा भी हो रही थी। RLD के पुराने और कद्दावर नेताओं को छोड़कर अनिल को मंत्री बनाने के पीछे राज्यसभा चुनाव में बीजेपी का साथ देने का इनाम माना जा रहा है। विधायक अनिल कुमार मूल रूप से सहारनपुर जिले के तहारपुर गांव के रहने वाले हैं।
मुजफ्फरनगर जिले की अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित विधानसभा सीट पुरकाजी से अनिल कुमार RLD के टिकट पर 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में विधायक बने थे। वह तब समाजवादी पार्टी में थे। लेकिन RLD के सिंबल पर चुनाव लड़ा था। इससे पहले 2017 के चुनाव में अमित कुमार को हार का सामना करना पड़ा था। 2012 के विधानसभा चुनाव में पुरकाजी सीट से ही अनिल कुमार बसपा के टिकट पर विधायक बने थे। RLD ने दलित मतदाताओं को साधने के लिए सुरक्षित सीट से विधायक अनिल कुमार का नाम मंत्री बनने के लिए आगे किया है।