राज्य में जमकर बिक रही जमीनें
पिछले कुछ वर्षों में खासतौर पर उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों पर जमकर जमीनों की खरीद-फरोख्त हो रही है। बाहरी राज्य के लोग उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों पर जमीनों की खरीद-फरोख्त में काफी रुचि दिखा रहे हैं। नियमानुसार बाहरी राज्य का कोई भी व्यक्ति उत्तराखंड में सवा नाली से अधिक जमीन नहीं खरीद सकता है। बावजूद इसके बाहरी राज्यों के लोग अलग-अलग नामों से जमीनों की रजिस्ट्री कराकर बड़ी तादात में जमीनें खरीद रहे हैं। उन जमीनों पर आलीशान होटल और रिजॉर्ट बनाए जा रहे हैं। कई स्थानों पर एनजीओ के नाम से जमीनें खरीदकर उनका व्यवसायिक उपयोग करने के मामले भी सामने आ चुके हैं। ये भी पढें:-
कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी को महंत बनाने से साधु-संत हैरान, बड़ी साजिश की आशंका सर्किल रेट 2023 में बदले थे
उत्तराखंड में जमीनों का नया सर्किल रेट 15 फरवरी 2023 को बदला था। तब से अब तक पुराने की सर्किल रेट के आधार पर जमीनें बिक रही हैं। जबकि देश में लगातार महंगाई बढ़ रही है। खास बात ये है कि 2023 में वर्ष 2020 के बाद सर्किल रेट संशोधित हुए थे। इस बार भी एक साल का अंतराल आ चुका है।सर्किल रेट संशोधन में राज्य में तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्रों पर खास फोकस रहेगा। राज्य के कुछ क्षेत्रों में विकासपरक गतिविधियां बढ़ी हैं। इसकी वजह से जमीनों की मांग भी बढ़ी है।