आकाश आनंद लोकसभा चुनाव में मायावती की हर रैली में मंच पर उनके साथ दिखे थे। इतना ही नहीं जिस रैली में मायावती नहीं गईं, उनकी अनुपस्थिति में आकाश ने पार्टी का प्रतिनिधित्व किया। चुनाव प्रचार के दौरान ही मायावती ने सार्वजनिक तौर पर घोषणा कर दी कि वह आकाश को पार्टी मूवमेंट से जोड़ेंगी और उन्हें राजनीति का ककहरा सीखने का अवसर देंगी। आकाश आनंद मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं, जो लंदन से एमबीए कर लौटे हैं।
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पहले भी पार्टी के उपाध्यक्ष थे आनंद कुमारभाई आनंद कुमार को मायावती ने पहले भी बसपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था। तब वह उन्हें बसपा में आगे बढ़ाना चाहती थीं। पार्टी में उन्होंने आनंद कुमार को जब राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी तो उन पर परिवारवाद के आरोप लगने लगे। इसके बाद आनंद को पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया। अब फिर से उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है।
मीटिंग से पहले बाहर ही जमा करने पड़े फोन
बसपा के राष्ट्रीय अधिवेशन (BSP National Convention) में भाग लेने आये पार्टी पदाधिकारियों व नेताओं को मीटिंग हाल में एंट्री से पहले मोबाइल, बैग, पेन और कार की चाबी सहित अपना सामान बाहर ही जमा करना पड़ा। पहली बार ऐसा हुआ है, जब मायावती ने पदाधिकारियों व नेताओं के मोबाइल बाहर ही जमा करा लिये थे। गौरतलब है कि इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बैठकों में आने वाले अफसरों के मोबाइल बाहर ही जमा करा लिये थे।
बसपा के राष्ट्रीय अधिवेशन (BSP National Convention) में भाग लेने आये पार्टी पदाधिकारियों व नेताओं को मीटिंग हाल में एंट्री से पहले मोबाइल, बैग, पेन और कार की चाबी सहित अपना सामान बाहर ही जमा करना पड़ा। पहली बार ऐसा हुआ है, जब मायावती ने पदाधिकारियों व नेताओं के मोबाइल बाहर ही जमा करा लिये थे। गौरतलब है कि इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बैठकों में आने वाले अफसरों के मोबाइल बाहर ही जमा करा लिये थे।