उन्होंने बताया, “1951 में हिंदुओं की जनसंख्या 85.52% थी। वर्ष 2001 में 80.61% हो गई। 2011 में 79.73% पर आ गई। मुस्लिमों की आबादी 1951 में 14.28% से 2011 में 19.26% तक पहुंच गई। वेस्ट यूपी के कुछ जिलों में मुस्लिम आबादी 49 से 57% तक पहुंच जाने के आंकड़े भी उन्होंने रखे हैं।
यूपी में मुसलमानों को आंकड़ा पेश किया
इनमें हिन्दू आबादी मुजफ्फरनगर में 57.51%, बिजनौर में 55.18%, सहारनपुर में 56.74%, मुरादाबाद में 52.14% और रामपुर में हिन्दू जनसंख्या 45.97% तक आने का जिक्र है। उन्होंने इस जनसंख्या असंतुलन को खतरनाक बताया है। इन आंकड़ों को यूपी और भारत के लिए चिंताजनक बताया है।
इनमें हिन्दू आबादी मुजफ्फरनगर में 57.51%, बिजनौर में 55.18%, सहारनपुर में 56.74%, मुरादाबाद में 52.14% और रामपुर में हिन्दू जनसंख्या 45.97% तक आने का जिक्र है। उन्होंने इस जनसंख्या असंतुलन को खतरनाक बताया है। इन आंकड़ों को यूपी और भारत के लिए चिंताजनक बताया है।
यूपी में इससे पहले भी विधानसभा चुनाव या लोकसभा चुनावके दौरान हिन्दू मुस्लिम आबादी का सियासी बवंडर उठता रहा है। चुनाव में 80-20 और 75-25 जैसे फार्मूले भी सामने आते रहे हैं। इसको लेकर सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने की बात भी होती रही है. राजेश्वर सिंह के इस बयान पर समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बसपा जैसे दलों की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आना स्वाभाविक है. देखना होगा कि बीजेपी अपने मंत्री के बयान का कैसे बचाव करती है.