ये भी पढ़ें: रोजाना दो-दो रुपये जोड़कर पाएं 36 हजार रुपये, इस सरकारी योजना में ऐसे करें रजिस्ट्रेशन बन्दियों की मनोदशा में सुधार होगा डीजी आनन्द कुमार के नुसार, बॉडी वार्न बंदियों की मनोस्थिति को समझने में मदद करेगा। मनोवैज्ञानिकों, मनोचिकित्सकों, विधि-फॉरेंसिक विशेषज्ञ की मदद से बंदियों की मनोदशा को समझने का प्रयास किया जाएगा। वीडियो बंदियों के परिजनों को भी दिखाए जाएंगे ताकि वह उन्हें भी समझा सकें।
ये भी पढ़ें: हाथरस कांड को लेकर वाल्मीकि समाज ने इन मांगो के साथ निकाला कैंडल मार्च इन जेलो में लगेंगे कैमरे लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, वाराणसी, बरेली, प्रयागराज, मुरादाबाद, सुल्तानपुर, आगरा, अलीगढ़, आजमगढ़, प्रतापगढ़, नोयडा, गाजियाबाद, फतेहगढ़, इटावा, सीतापुर, बागपत, मथुरा समेत 25 जेलें हैं। इन जेलों में पहले चरण में बॉडी वार्न कैमरे लगेंगे।