जब से इंटरनेट डाटा सस्ता हुआ है तब से स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल होने लगा है। लोग अपना ज्यादातर समय स्मार्टफोन पर ही बिताते हैं। मनोरंजन के लिए भी कई एप्स आ गई हैं। ऐसे में कई लोग तो मोबाइल पर ही अपना पसंदीदा कंटेंट देखते हैं। वहीं बहुत से यूजर्स स्मार्टफोन पर घंटों तक गेम खेलते रहते हैं। हालांकि स्मार्टफोन पर ज्यादा समय बिताना सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
अक्सर लोग अपने स्मार्टफोन के डिस्प्ले की ब्राइटनेस को फुल रखते हैं। ऐसे में जब सोने से पहले बिस्तर पर जाते हैं तो कमरे की लाइट बंद कर लेटे हुए स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में फोन की ब्राइटनेस सीधे आंखों के रेटिना पर असर डालती है। इसकी वजह से आंखें जल्दी खराब होने लगती है।. इतना ही नहीं धीरे-धीरे देखने की क्षमता भी कम होने लगती है और सिर में दर्द बढ़ने लगता है।
रात में सोने से पहले स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने से आंखों पर बुरा असर होता है। इससे आपकी आंखें ड्राई होने लगती है और आंखों में सूजन भी होने लगती है। ऐसे में आपकी आंखों में खुजली और जलन की शिकायत हो सकती है। इससे आंखों की अश्रु ग्रंथि पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
रिपोर्ट के अनुसार स्मार्टफोन के लगातार इस्तेमाल से और खासतौर पर सोने से पहले इसके ज्यादा इस्तेमाल से आंखों से पानी आने लगता है। पलक झपकाने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है, जिसकी वजह से आंखों की पुतलियां और नसें भी सिकुड़ने लगती हैं। इससे आपकी आंखों की रोषनी पर बुरा प्रभाव हो सकता है।