घटना केरल के ओचिरा निवासी चंद्रा बाबू के साथ हुई। चंद्रा बाबू ऑटोरिक्शा ड्राइवर हैं। नोकिया के एक फीचर फोन का इस्तेमाल कर रहे थे। चंद्रा ने मीडिया को बताया कि एक यात्री को त्रिवेंद्रम इंटरनेशनल एयरपोर्ट ड्रॉप करने के बाद लंबा सफर तय करके घर पहुंचे। वह बहुत थके हुए थे इसलिए सो गए। उन्होंने मोबाइल अपने तकिये के नीचे रख हुआ था। चंद्रा गहरी नींद में थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जब वह सो रहे थे उनके मोबाइल में आग लग गई।
एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जिस समय घटना हुई, उस वक्त फोन चार्जिंग में नहीं लगा हुआ था। चंद्रा ने बताया कि वह गहरी नींद में सो रहे थे। साथ ही उन्होंने बताया कि उनके कंधे में तेज दर्द शुरू हुआ और उनकी नींद खुल गई। जब उन्होंने बिस्तर पर तकिये की तरफ देखा, तो जहां फोन रखा था वहां आग लगी थी और फोन में से चिंगारी निकल रही थी। जिस समय यह घटना हुई, वह घर में अकेले थे। जख्मी होने के बाद वह इलाज के लिए पास के सरकारी अस्पताल में गए।
चंद्रा बाबू का कहना है कि उन्हें अब तक समझ में नहीं आया कि फोन मेंं आग कैसे लगी। हालांकि वे लोगों को सलाह दे रहे हैं कि सोते समय फोन को तकिये के नीचे न रखें। उन्होंने बताया कि घटना के बाद कई लोगों ने उनसे संपर्क किया। कई लोग कयास लगा रहे हैं कि आग घर्षण के चलते लगी हो। हालांकि लोगों का कहना है कि सोते समय फोन को तकिये के नीचे नहीं रखना चाहिए।