म्यूजियम की काली दीवारें अपना रंग बदलती रहती हैं। फर्श पर डांस करने पर वह टेक्नीकलर में बदल जाता है। यहां ऐसे तार हैं जिनसे अनोखा संगीत और ध्वनियां निकलती हैं जो केवल खास तरह के गैजेट्स से ही आती है। दूसरी मंजिल पर ऐसी स्क्रीन लगी हैं जिनमें शरीर का आकार, क्लोन और कई अलग-अलग छवियां दिखाई देती हैं। यह म्यूजियम का सबसे प्रसिद्ध एरिया है।
वहीं तीसरी मंजिल पर बनी जापानी कलाकार याओई कुसमा की ‘लेट्स सर्वाइव फॉरएवर’ आर्ट गैलरी में एक ‘इन्फिनिटी मिरर रूम’ है। यहां छत से लटकते और तैरते हुए नजर आने वाली मेटल की गेंदों को प्रतिबिंबित करने वाले दर्पणों के बीच केवल एक मिनट ही ठहरने दिया जाता है। जहां हमारी अलग-अलग आकृति विभिन्न कोणों से नजर आती है।