vivo की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय यूजर्स स्मार्टफोन पर प्रतिदिन औसतन सात घंटे बिता रहे हैं। कोरोना से पहले इसकी अवधि कम थी लेकिन कोरोना काल में स्मार्टफोन के इस्तेमाल में वृद्धि देखने को मिली। रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना की वजह से भारतीयों द्वारा स्मार्टफोन के इस्तेमाल में करीब 25 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है।
कोरोना काल में वर्क फ्रॉम होम और स्टडडी फ्रॉम होम और अन्य कारणों से स्मार्टफोन के इस्तेमाल में इजाफा देखने को मिला। वीवो की ओर से सीएमआर द्वारा किए गए अध्ययन में बताया गया कि वर्ष 2019 में भारतीय यूजर्स औसतन 4.9 घंटे स्मार्टफोन पर बिताते थे। वहीं मार्च, 2020 (कोविड से पहले) में भारतीयों द्वारा स्मार्टफोन का इस्तेमाल 11 फीसदी बढ़कर 5.5 घंटे प्रतिदिन पर पहुंच गया था। अप्रेल (कोविड के बाद) में यह 25 फीसदी बढ़ गया और लोग 6.9 घंटे प्रतिदिन स्मार्टफोन पर व्यतीत करने लगे।
रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना काल में वर्क फ्रॉम होम और स्टडी फ्रॉम होम के चलते स्मार्टफोन के इस्तेमाल में इजाफा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, वर्क फ्रॉम होम के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल 75 फीसदी बढ़ा है, जबकि कॉलिंग के लिए इसमें 63 फीसदी का इजाफा हुआ है। कोरोना काल में स्मार्टफोन लोगों के मनोरंजन का बड़ा साधन बना।
इस अध्ययन में आठ शहरों के 15 से 45 साल की आयु के करीब 2,000 लोगों को शामिल किया गया। शोध में शामिल हुए लोगों में से 70 फीसदी पुरुष और 30 फीसदी महिलाएं हैं। वीवो इंडिया के निदेशक (ब्रांड रणनीति) निपुन मार्या का कहना है कि कंपनी ने पिछले वर्ष भी इसी तरह का अध्ययन कराया था।