क्या है पूरा मामला?
साल 2022 में कांग्रेस के टिकट पर कस्ता विधानसभा से चुनाव लड़ चुके राधेश्याम भार्गव आज सुबह पेट्रोल लेकर गांव के पुराने शिव मंदिर पहुंचे और फिर उन्होंने खुद को मंदिर में बंद कर लिया। साथ ही उन्होंने मंदिर के घंटे में फंदा बांध लिया। मामले की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। मामला जानकारी में आते ही मौके पर पुलिस और सीओ पहुंचे। पूर्व ब्लॉक प्रमुख को उन्होंने समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे बहार निकलने को तैयार नहीं हुए। साथ ही उन्होंने एक नेता पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हम न्याय चाहते हैं।
साल 2022 में कांग्रेस के टिकट पर कस्ता विधानसभा से चुनाव लड़ चुके राधेश्याम भार्गव आज सुबह पेट्रोल लेकर गांव के पुराने शिव मंदिर पहुंचे और फिर उन्होंने खुद को मंदिर में बंद कर लिया। साथ ही उन्होंने मंदिर के घंटे में फंदा बांध लिया। मामले की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। मामला जानकारी में आते ही मौके पर पुलिस और सीओ पहुंचे। पूर्व ब्लॉक प्रमुख को उन्होंने समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे बहार निकलने को तैयार नहीं हुए। साथ ही उन्होंने एक नेता पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हम न्याय चाहते हैं।
बीजेपी नेता पर लगाया गंभीर आरोप
पूर्व ब्लॉक प्रमुख से जब इसके पीछे की वजह पूछी गई तो उन्होंने बताया कि वह साल 1995 से लगातार पौराणिक शिव मंदिर कष्ट हरण धाम में सेवा कर रहे हैं। उन्होंने संकल्प लिया था कि इस धाम पर भव्य मंदिर का निर्माण कराएंगे। लेकिन, अब इस विषय पर भी राजनीती शुरू हो गई है। जो भी काम चल रहा था, उसे बंद करा दिया गया और सत्ता पक्ष के इशारे पर मंदिर में नई कमिटी गठित कर दी गई है, जिसने दानपात्र में अपना ताला लगा रखा है। पूर्व ब्लॉक प्रमुख भार्गव ने आगे बताया कुछ महीने पहले उसी दानपात्र से नकदी भी निकाली गई, लेकिन अभी तक उस पैसे से कोई काम नहीं हुआ। पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने भाजपा के एक नेता पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी नेता हमें जान से मरवाना चाहते हैं। वह लगातार मेरे पीछे लगे हुए हैं। हम न्याय चाहते हैं और कुछ नहीं चाहिए। फिलहाल, पुलिस प्रशासन उन्हें समझाने का प्रयास कर रही है।
पूर्व ब्लॉक प्रमुख से जब इसके पीछे की वजह पूछी गई तो उन्होंने बताया कि वह साल 1995 से लगातार पौराणिक शिव मंदिर कष्ट हरण धाम में सेवा कर रहे हैं। उन्होंने संकल्प लिया था कि इस धाम पर भव्य मंदिर का निर्माण कराएंगे। लेकिन, अब इस विषय पर भी राजनीती शुरू हो गई है। जो भी काम चल रहा था, उसे बंद करा दिया गया और सत्ता पक्ष के इशारे पर मंदिर में नई कमिटी गठित कर दी गई है, जिसने दानपात्र में अपना ताला लगा रखा है। पूर्व ब्लॉक प्रमुख भार्गव ने आगे बताया कुछ महीने पहले उसी दानपात्र से नकदी भी निकाली गई, लेकिन अभी तक उस पैसे से कोई काम नहीं हुआ। पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने भाजपा के एक नेता पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी नेता हमें जान से मरवाना चाहते हैं। वह लगातार मेरे पीछे लगे हुए हैं। हम न्याय चाहते हैं और कुछ नहीं चाहिए। फिलहाल, पुलिस प्रशासन उन्हें समझाने का प्रयास कर रही है।