तीन नाबालिग एक बालिग है लड़कियां एसपी विजय ढुल ने कहा कि इन चारों लड़कियों को लखीमपुर खीरी से गई पुलिस टीम ने सुरक्षित बरामद किया गया है। इन चारों को उनके गृह जनपद वापस लाया जाएगा। पुलिस के मुताबिक, लड़कियों को ट्रैक करने के लिए तकनीकी निगरानी का इस्तेमाल किया गया था, जिनमें से तीन नाबालिग हैं। लड़कियों में से एक, कक्षा 12 की 20 वर्षीय छात्रा थी जो 25,000 रुपये नकद लेकर घर से निकली थी। वह 15 से 16 साल की उम्र की 3 नाबालिग लड़कियों के साथ बस में सवार हुई थी।
किसी ने नहीं किया था अगवा एसपी के अनुसार, चारों की पहचान बस कंडक्टर ने की थी। बस कंडक्टर ने कहा था कि उसने चारों को सीतापुर बस स्टैंड पर उतारा था। पुलिस ने सीसीटीवी क्लिप भी देखे। सीसीटीवी क्लिप और कंडक्टर के बयान से पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची कि चारों खुद से गई थीं, उन्हें किसी ने अगवा नहीं किया था। उनके साथ किसी को भी आते जाते नहीं देखा गया था। एसपी ने कहा कि लड़कियों ने अपने मोबाइल फोन बंद कर दिए थे और सीतापुर में उनकी आखिरी लोकेशन ट्रेस की गई थी। लड़कियों की तलाशी के लिए पुलिस ने बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और तलाशी अभियान में सीतापुर और लखनऊ में अपने समकक्षों के साथ समन्वय किया था।