एक माह से बना रहे थे हत्या की योजना
एसपी ने बताया कि अनुसंधान में सामने आया कि मृतक की पत्नी मंजू (30) का बेरोजगार भाई मनीष (26) भी उनके साथ ही रहता था। मंजू के रामकेश से प्रेम संबंध भी थे। पति की आए दिन कहासुनी से परेशान मंजू ने भाई के साथ मिलकर हत्या करने की साजिश रची। ताकि उसे अनुकम्पा नौकरी, प्रोपर्टी, बीमा राशि और मनीष ने शंभूलाल के नाम से 8 लाख का लोन ले रखा था, वो माफ हो जाए। साथ ही प्रेमी के साथ रहने का रास्ता साफ हो सके। दोनों भाई बहन एक माह से हत्या की साजिश रच रहे थे। 15 दिन पहले मंजू के प्रेमी रामकेश ने इंद्रगढ़ मंडी से सल्फॉस की 10 गोलियां लाकर दी थी, लेकिन आरोपियों का दांव नहीं लगा। यह भी पढ़ें
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5 लाख की दी सुपारी
एएसपी संजय शर्मा ने बताया कि मंजू ने भाई मनीष के मार्फत मोनू, फरदीन खान व एक नाबालिग को शम्भू की हत्या के लिए 5 लाख रुपए की सुपारी दी। एडवांस के तौर पर 68 हजार रुपए दिए। घटना की रात क्वार्टर के गेट मंजू ने ही खोले थे। पैसे मिलने के बाद तीनों ने मिलकर शम्भू की हत्या कर दी। हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले तीनों आरोपी कैटरिंग का काम करते थे। मनीष ने भी पहले कैटरिंग का काम किया था। इसलिए वह तीनों को जानता था। यह भी पढ़ें