कोटा में सुबह से ही चिलचिलाती धूप का असर रहा। दोपहर में तपिश के कारण लोग सड़कों पर निकलने से बचते रहे। कूलर-पंखे की हवा भी बेअसर साबित हुई। बाजारों में आवाजाही कम रही। शाम ढलने के बाद ही लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं। गर्मी की तपिश रात तक बनी हुई है।
कोटा का अधिकतम तापमान 45.5 व न्यूनतम तापमान 3 डिग्री बढ़कर 31 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा की रफ्तार 8 किमी प्रति घंटे की रही। वहीं, नगर निगम की ओर से एंटी स्मॉक गन से सड़कों पर पानी का छिड़काव कर राहत दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
दिनचर्या व खान-पान बदला
जैसे ही तापमान बढ़ा, वैसे ही लोगों की दिनचर्या पर भी इसका असर पड़ा है। दोपहर में लोग घरों में ही एसी व कूलर में बैठना पसंद कर रहे हैं। वहीं, शाम को लोग पर्यटन स्थलों व पार्कों में पहुंचते हैं, जहां घूमने-फिरने और खाने-पीने का आनंद ले रहे हैं। मौसमी फलों जैसे तरबूज, खरबूजे के साथ ठंडे पेय पदार्थ व आइसक्रीम की बिक्री भी बढ़ी है।
जैसे ही तापमान बढ़ा, वैसे ही लोगों की दिनचर्या पर भी इसका असर पड़ा है। दोपहर में लोग घरों में ही एसी व कूलर में बैठना पसंद कर रहे हैं। वहीं, शाम को लोग पर्यटन स्थलों व पार्कों में पहुंचते हैं, जहां घूमने-फिरने और खाने-पीने का आनंद ले रहे हैं। मौसमी फलों जैसे तरबूज, खरबूजे के साथ ठंडे पेय पदार्थ व आइसक्रीम की बिक्री भी बढ़ी है।