चेतन शर्मा ने बताया कि पहले पानी की सप्लाई एक समय होती थी, लेकिन अच्छे प्रेशर के चलते पानी की व्यवस्था हो जाती थी। पिछले एक माह से नलों में कभी पांच-पांच मिनट पानी आता है, इससे एक बाल्टी पानी भी नहीं भर पाता।
तीन हैण्डम्प, दो खराब
शबीना बानो ने बताया कि कॉलोनी में तीन हैण्डपम्पों से दो में पानी पीने लायक नहीं आता। बचा एक हैण्डपम्प उसकी हालत भी खराब हो रही है। पानी भरने के लिए कई घंटों खड़ा रहना पड़ रहा है। एक माह से पीने व रसोई के काम के लिए भी पानी का इंतजाम मुश्किल से हो रहा है। न्यास व स्थानीय पार्षद से कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहा।
मुशरत ने बताया कि न्यास में शिकायत के बाद 18 टैंकर पानी की सप्लाई का आश्वासन दिया, लेकिन 10 टैंकर रोज आ रहे है। ये भी ए व बी ब्लॉक में नहीं आते। इन दोनों ब्लॉकों में करीब 600 से 700 लोग रहते है। यहां सफाई की भी व्यवस्था नहीं है। जगह-जगह कचरे ढेर लगे है, नालियों की सफाई नहीं होने से सड़ रही है।
शबीना बानो ने बताया कि कॉलोनी में तीन हैण्डपम्पों से दो में पानी पीने लायक नहीं आता। बचा एक हैण्डपम्प उसकी हालत भी खराब हो रही है। पानी भरने के लिए कई घंटों खड़ा रहना पड़ रहा है। एक माह से पीने व रसोई के काम के लिए भी पानी का इंतजाम मुश्किल से हो रहा है। न्यास व स्थानीय पार्षद से कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहा।
मुशरत ने बताया कि न्यास में शिकायत के बाद 18 टैंकर पानी की सप्लाई का आश्वासन दिया, लेकिन 10 टैंकर रोज आ रहे है। ये भी ए व बी ब्लॉक में नहीं आते। इन दोनों ब्लॉकों में करीब 600 से 700 लोग रहते है। यहां सफाई की भी व्यवस्था नहीं है। जगह-जगह कचरे ढेर लगे है, नालियों की सफाई नहीं होने से सड़ रही है।
इससे तो पुरानी जगह ही सही थे
जाहिदा बानो ने बताया कि न्यास ने यहां सभी सुविधाओं की व्यवस्था का नाम लेकर हमें बसाया था। अब न्यास ने यहा रहने वालों को नारकीय जिंदगी जीने पर मजबूर कर दिया। कॉलोनी में प्रकाश व्यवस्था भी सही नहीं है। शहर से आने जाने के लिए कोई वाहन की व्यवस्था नहीं है।
जाहिदा बानो ने बताया कि न्यास ने यहां सभी सुविधाओं की व्यवस्था का नाम लेकर हमें बसाया था। अब न्यास ने यहा रहने वालों को नारकीय जिंदगी जीने पर मजबूर कर दिया। कॉलोनी में प्रकाश व्यवस्था भी सही नहीं है। शहर से आने जाने के लिए कोई वाहन की व्यवस्था नहीं है।