कोटा

Flood In Kota : बाढ़ पीडि़तों के आंसू पौंछने में सरकार लेटलतीफ, भाजपा फ्रंट फुट पर

-लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला हवाई व ग्राउंड दौरा कर चले गए, लेकिन नहीं आए यूडीएच मंत्री-कोटा प्रभारी मंत्री लालचंद कटारिया आए, लेकिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नहीं गए

कोटाAug 11, 2021 / 01:02 am

Kanaram Mundiyar

बाढ़ पीडि़तों के आंसू पौंछने में सरकार लेटलतीफ, भाजपा फ्रंट फुट पर

कोटा.
भारी बरसात के बाद कोटा संभाग बीते दो सप्ताह से बाढ़ के हालात से जूझ रहा है। कोटा शहर की कई कॉलोनियों व गांवों में अभी तक पानी भरा है। ऐसे में भी प्रदेश में कांग्रेस सरकार के मंत्रियों के पास बाढ़-पीडि़तों के आंसू पौंछने व उन्हें राहत देने का समय नहीं है। जबकि भाजपा के नेता संभाग में दौरे करने एवं लोगों की मदद के लिए फ्रंट पर हैं।
जयपुर में बैठे सरकार के वरिष्ठ मंत्री से पहले केन्द्र सरकार के व्यस्त कार्यक्रम छोड़कर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कोटा पहुंच गए। बिरला ने यहां दो दिन तक बाढग़्रस्त क्षेत्रों का हवाई व ग्राउंड दौरा कर पीडि़तों को हिम्मत बंधाई व उन्हें राहत देने के लिए अफसरों को निर्देश दिए। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने भी सोमवार को बारां-झालावाड़ का दौरा शुरू कर दिया। सोमवार को बारां के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा करने के बाद बारां के लोगों से मिलकर हालात जाने। इसके विपरीत जयपुर में बैठे राज्य के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल कोटा नहीं आए हैं। गौरतलब है कि कोटा संभाग में बाढ़ व अतिवृष्टि से 30 लोगों की जान चली गई। हजारों मकान क्षतिग्रस्त हो गए। करोड़ों का नुकसान हुआ है। फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
बाढ़ पीडि़तों के आंसू पौंछने में सरकार लेटलतीफ, भाजपा फ्रंट फुट पर
प्रभारी मंत्री कटारिया आए, लेकिन खानापूर्ति कर गए
कोटा के प्रभारी मंत्री लालचंद कटारिया 5 अगस्त को दोपहर को कोटा पहुंचे थे। यहां अधिकारियों की मिटिंग करने के बाद कोटा बैराज देखने गए। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के बाढग़्रस्त गांवों के हालात देखने नहीं पहुंचे। कुछ घंटों के बाद ही जयपुर लौट गए। उनका दौरा महज खानापूर्ति जैसा रहा।

पांच दिन बाद पहुंचे गोपालन व खान मंत्री
गोपालन व खान मंत्री प्रमोद जैन भाया अपने गृह क्षेत्र बारां क्षेत्र में बाढ़ के पांच दिन बाद 4 अगस्त को पहुंचे और दौरा करने गए। 9 अगस्त को खानपुर का दौरा करने गए।

परसादीलाल मीणा व जूली आए
बूंदी के प्रभारी परसादीलाल मीणा व झालावाड़ के प्रभारी मंत्री टीकाराम जूली बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचने में सक्रिय रहे। उन्होंने लोगों की पीड़ा भी सुनी।


बाढ़ के 15 दिन बाद आएंगे यूडीएच मंत्री
प्रस्तावित सरकारी कार्यक्रम के अनुसार अब यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल 18 अगस्त की रात को कोटा पहुंचेंगे और 19 अगस्त को बाढ़ क्षेत्रों का दौरा करेंगे। यानि क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित होने के 15 दिन बाद यूडीएच मंत्री दौरा करने जाएंगे।
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बाढ़ व अतिवृष्टि से प्रभावित कोटा संभाग
कोटा-

27 जुलाई से कोटा ग्रामीण क्षेत्र की नदियां उफान पर आ गई। 2 अगस्त से कोटा बैराज के खोले गए। कोटा सिटी में 3 अगस्त को कई बस्तियां पानी से घिर गई थीं। बाढ़ के कारण कोटा में 6 लोगों की जान चली गई। कोटा की कई बस्तियों में पांच दिन से बरसाती पानी भरा है।
झालावाड़-
22 जुलाई से प्रभावित है। पिड़ावा में एक ही दिन में आठ इंच पानी बरसने के बाद कालीसिंध, चंवली नदी उफान पर आ गई थी। कई लोग बरसाती पानी में फंस गए थे और तीन लोगों की मौत हो गई।
बारां-

-27 जुलाई से बाढ़ के हालात बनने लगे। 31 जुलाई को हालात ज्यादा बिगड़ गए। शाहबाद उपखण्ड के 100 से अधिक गांव टापू बन गए थे। बाढ़ से 10 लोगों जान चली गई।
बूंदी-
-4 अगस्त से प्रभावित हुआ। 5 अगस्त को केशवरायपाटन में मकान गिरने से 7 लोगों की जान चली गई।

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