read more:कोटा जंक्शन पर सेल्फी के लिए बनेगी खास जगह डीआरएम पंकज शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री और रेल मंत्रालय का जोर यात्री सुविधाओं के साथ रफ्तार बढ़ाने पर है। दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग की परियोजनाओं को आगामी 15 दिनों में मंजूरी मिलने की उम्मीद है। दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग की रफ्तार बढ़ाने से पहले जो कार्य होंगे उन पर करीब 2664 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सिग्नल और टेलीकॉम कार्यों पर 428 करोड़, इंजीनियरिंग कार्यों पर 1311 करोड़ खर्च होंगे। इनमें ट्रेक को अपग्रेड करने का कार्य प्रमुख है। विद्युत से जुड़े कार्यों पर 875 करोड़ खर्च होंगे और यांत्रिक विभाग से जुड़े कार्यों पर करीब 50 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस रेलमार्ग ट्रेनों की रफ्तार बढऩे के बाद कोटा से मुंबई के सफर की अवधि कम हो जाएगी। वहीं दिल्ली से भी मुंबई जाने की यात्रा की अवधि कम हो जाएगी। इसके साथ तेज रफ्तार वाली नई ट्रेनों के संचालन की संभावना बढ़ेगी।