रेलवे अधिकारियों ने बताया कि नागदा से कोटा की तरफ डाउनलाइन पर मालगाड़ी आ रही थी। धुआंखेड़ी और झालावाड़ रोड स्टेशन के बीच मालगाड़ी के एक डिब्बे में अज्ञात कारणों से आग लग गई। गार्ड को आग नजर आने पर उसने रामगंजमंडी और झालावाड़ रोड स्टेशन मास्टर को सूचना दी। इस पर ट्रेन को झालावाड़ रोड स्टेशन पर रोका गया। सूचना पर रामगंजमंडी, भवानीमंडी, झालावाड़ व झालरापाटन अग्निशमन कार्यालय से 6 दमकल पहुंचीं और आग बुझाने का काम शुरू किया, जो चार घंटे चलता रहा। कंटेनर में आग लगने के मामले में रेलवे अधिकारियों की अलग-अलग टीम गठित की गई है। गार्ड एवं चालक के बयान दर्ज किए।
कंटेनर में भरे थे केमिकल ड्रम
नागदा से कोटा जा रही मालगाड़ी में केमिकल के ड्रम भरे थे। ऐसे में आग तेजी से फैली। आग इतनी तेज थी कि ट्रेन की पटरी पर क्रेक आ गया। इसके अलावा ओएचई विद्युत लाइन पिघलकर टूट गई। प्लेटफार्म का फर्श जगह-जगह से चटक गया। प्लेटफार्म का टीनशेड क्षतिग्रस्त हो गया और आसपास के पेड़ जल गए।
कोटा से पहुंची दुर्घटना राहत ट्रेन
कोटा से दुर्घटना राहत ट्रेन अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ रवाना हुई। रामगंजमंडी, भवानीमंडी से भी कर्मचारियों का दल मौके पर पहुंचा। इसके साथ ही जीआरपी, आरपीएफ के अधिकारी जाप्ते समेत मौके पर पहुंचे और आग बुझाने में सहायता की। दोपहर तक चलता रहा छिड़काव
मालगाड़ी की आग सुबह करीब आठ बजे बुझा ली गई, लेकिन कंटेनर और आसपास का स्थान इतना गर्म था कि दोपहर तक कंटेनर पर दमकलें पानी का छिड़काव करती रही। इसके चलते वैकल्पिक लाइन से ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया और एक-एक कर ट्रेनों को इससे निकाला गया। दोपहर बाद ओएचई लाइन की मरम्मत का काम शुरू हो सका।
एक दर्जन ट्रेनें प्रभावित
कंटेनर में आग से दर्जनभर ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ। देहरादून एक्सप्रेस, त्रिवेंद्रम पुरम, राजधानी एक्सप्रेस, रामगंजमंडी जंक्शन पर 5 घंटे तक खड़ी रही। नागदा की ओर से आने वाली ट्रेनों को भवानीमंडी एवं शामगढ़ स्टेशन पर रोका गया। कोटा चौमहला ट्रेन निरस्त की गई। यात्रियों को बांटा खाना-पानी
रेलवे स्टेशन पर देहरादून एक्सप्रेस, त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस सबसे ज्यादा समय तक रुकी। जल सेवा दल की तरफ से रेल यात्रियों को बाजार से मंगवाकर पचास किलो पूड़ी, पंद्रह किलो आचार का वितरण किया गया। करीब 25 हजार लीटर ठंडा पानी यात्रियों को पिलाया गया।