अंधेरे में घोड़ी नजर नहीं आई और कार घोड़ी से जा टकराई
भरतपुर निवासी हैडकांस्टेबल डालचंद (47) सांगोद थाने में तैनात थे। करीब एक सप्ताह की छुट्टी के बाद सोमवार को उनकी छुट्टी पूरी होने पर वह यहां निकलने वाले बारावफात के जुलूस में ड्यूटी देने के लिए कोटा से सुबह तीन से चार बजे ही अपनी कार से सांगोद के लिए रवाना हो गए। रास्ते में खजूरी व देवलीमांझी गांव के बीच उनकी कार के सामने अचानक काले रंग की घोड़ी आ गई। अंधेरे में घोड़ी नजर नहीं आई और कार घोड़ी से जा टकराई। टक्कर के बाद कार भी उछलते हुए सड़क से कई फीट दूर सड़क किनारे भरे पानी में जाकर रूक गई। हादसे में कार सवार हैडकांस्टेबल डालचंद की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं कार भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
शोक की लहर छा गई
सूचना के बाद देवलीमांझी पुलिस ने शव को कार से निकाला और सांगोद चिकित्सालय लेकर आए। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव सांगोद पहुंचे परिजनों को सौंप दिया। वहीं हादसे के बाद यहां थाने में भी शोक की लहर छा गई। हैडकांस्टेबल डालचंद की मौत के बाद लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दी।
आए दिन हो रहे हादसे
सड़कों में मवेशी आने के कारण आए दिन जानलेवा हादसे हो रहे हैं। मवेशी रात में सड़कों पर बैठ जाते है। इससे रात में अंधेरा रहने पर जानलेवा हादसे हो रहे हैं।