मध्यप्रदेश एवं राजस्थान की सीमा पर बह रही पार्वती नदी की दो धाराओं बीच मध्यप्रदेश की ओर बसे सोडा गांव के 50 से अधिक परिवारों के 187 लोगों को शनिवार को Indian Army रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर निकाला गया। राजस्थान और मप्र के साझा अभियान के तहत बचाव कार्य में सेना (Rescue in flood ) के हेलिकॉप्टर और एनडीआरएफ (NDRF ) की बोट की भी मदद ली गई।
क्षेत्र में भारी बारिश के बाद पार्वती नदी में आए उफान के कारण मध्यप्रदेश के जिला मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ था। 48 घंटों से लगातार गांव में पानी बढऩे के बाद यहां रहने वाले 50 से अधिक परिवारों के 200 लोगों की जान जोखिम में आ गई थी। विधायक एवं मप्र के कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया के निर्देश पर गुना कलक्टर फ्रैंक नोवल और एसपी राजीव मिश्रा शुक्रवार को ही छबड़ा पहुंच गए। शनिवार को स्थानीय अधिकारियों के साथ साझा रणनीति बनाकर सोडा गांव के समीप क्षेत्र के भुआखेड़ी पंचायत के कैलाशपुरी गांव में बेस कैंप बनाया गया। यहां से ग्रामीणों को एनडीआरएफ एवं सेना (Indian Army ) के हेलीकॉप्टर के जरिए एयरलिफ्ट करने की योजना बनाई गई।
शनिवार सुबह कैलाशपुरी से शुरू हुए इस अभियान के तहत सुबह 6 से दोपहर 12 बजे तक हेलिकॉप्टर एवं एनडीआरएफ की टीमों द्वारा पार्वती नदी के उफान के बीच सोडा गांव के 187 लोगों को रेस्क्यू करके निकाला गया। इस दौरान सेना के हेलीकॉप्टर ने 6 उड़ान में ग्रामीणों को निकाला।
मध्यप्रदेश एवं राजस्थान से आई एनडीआरएफ की दो टीमों के 55 जवान भी ग्रामीणों को सुरक्षित निकालने के अभियान में लगे रहे। सोडा गांव से रेस्क्यू कर कैलाशपुरी गांव लाए गए ग्रामीणों को भुआखेड़ी स्थित स्कूल में ठहराया गया है।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर ब्रजमोहन बैरवा, उपखंड अधिकारी मनीषा तिवारी, डीवाईएसपीओ महेंद्र सिंह शेखावत, तहसीलदार जतिन दिनकर मौके पर डटे रहे। रेस्क्यू अभियान के दौरान एनडीआरएफ के जवान एक 10 दिन की प्रसूता एवं उसके बच्चे को भी पार्वती के उफान में बोट के सहारे निकाला। रेस्क्यू अभियान की समाप्ति के बाद मध्यप्रदेश के राघोगढ़ से विधायक जयवर्धन सिंह भी बेस कैंप कैलाशपुरी पहुंचे।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर ब्रजमोहन बैरवा, उपखंड अधिकारी मनीषा तिवारी, डीवाईएसपीओ महेंद्र सिंह शेखावत, तहसीलदार जतिन दिनकर मौके पर डटे रहे। रेस्क्यू अभियान के दौरान एनडीआरएफ के जवान एक 10 दिन की प्रसूता एवं उसके बच्चे को भी पार्वती के उफान में बोट के सहारे निकाला। रेस्क्यू अभियान की समाप्ति के बाद मध्यप्रदेश के राघोगढ़ से विधायक जयवर्धन सिंह भी बेस कैंप कैलाशपुरी पहुंचे।