bell-icon-header
कोटा

शिक्षा नगरी फिर से हुई शर्मसार! 7 दिन पहले कोटा आए छात्र ने की खुदकुशी, पीजी में नहीं लगी थी हैंगिंग डिवाइस

Suicide in Kota: कोटा शहर के जवाहर नगर थाना इलाके में NEET की तैयारी कर रहे कोचिंग छात्र की फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या करने की खबर सामने आयी है।

कोटाSep 05, 2024 / 11:49 am

Lokendra Sainger

Suicide in Kota: राजस्थान की शिक्षा नगरी कोटा के जवाहर नगर थाना इलाके में NEET की तैयारी कर रहे कोचिंग छात्र की फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या (Suicide in Kota) करने की खबर सामने आयी है। बताया जा रहा है कि वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बरसाना मथुरा निवासी था। घटना की सूचना मृतक के परिजनों को दे दी गई है। साथ ही शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भी भेज दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक छात्र पुराना जवाहर नगर इलाके में एक मकान में कमरा किराए से लेकर रह रहा था। छात्र ने 7 दिन पहले ही कोटा आकर निजी कोचिंग में मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी के लिए एडमिशन लिया था। आत्महत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है। बता दें इस साल का यह 12वां मामला है।
यह भी पढ़ें

पहली बार डोटासरा ने इस मुद्दे पर BJP का किया समर्थन, बोले- ‘सरकार कानून बनाए, हम साथ देंगे…’

मकान मालिक ने दी थी आत्महत्या की सूचना

जवाहर नगर थाने के सब इंस्पेक्टर गोपाल लाल बैरवा का कहना है कि उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के मानपुर बरसाना निवासी 21 वर्षीय परशुराम पुत्र खचरमल के संबंध में बुधवार रात उसके मकान मालिक अनूप कुमार ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी थी। सूचना के बाद पुलिस उप अधीक्षक द्वितीय राजेश टेलर, थानाधिकारी जवाहर नगर हरिनारायण शर्मा और पुलिस जाप्ता घटनास्थल पर पहुंचा और मृतक के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में शिफ्ट करवाया। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
यह भी पढ़ें

महिलाओं की हो गई बल्ले-बल्ले, भजनलाल सरकार ने कर दी ये बड़ी घोषणा

गोपाल लाल बैरवा का कहना है कि मकान मालिक ने परशुराम को शाम को कपड़े सुखाते हुए देखा था, लेकिन इसके बाद वह जब नजर नहीं आया तो उन्होंने दरवाजा खटखटाया। छात्र ने गेट नहीं खोला तो इस संबंध में उन्होंने पुलिस को सूचना दी थी। परशुराम ने आत्महत्या क्यों की, इस संबंध में कोई खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है। मृतक छात्र के परिजन कोटा पहुंच गए हैं।

इस वर्ष आत्महत्या का यह 12वां मामला

उल्लेखनीय है कि कोटा में कोचिंग छात्र की आत्महत्या का यह 12वां मामला है। कोटा पुलिस और जिला प्रशासन की ओर से स्टूडेंट सुसाइड रोकने बच्चों को स्ट्रेस फ्री रखने के लिए कई अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन उसके बावजूद स्टूडेंट सुसाइड के मामलों पर अंकुश नहीं लग पाया है।
यह भी पढ़ें

शिक्षक दिवस से एक दिन पहले टीचर के घर में मची चीख-पुकार, कार पर पेड़ गिरने से हुआ बड़ा हादसा

पीजी में नहीं लगी थी हैंगिंग डिवाइस

जिला प्रशासन में कोटा के हॉस्टल और पीजी संचालकों को नि:शुल्क गेट कीपर ट्रेनिंग करवाई है। यह गेटकीपर ट्रेनिंग सूइसाइड रोकने में हम भूमिका भी निभा रही है, लेकिन जिस पीजी में सुसाइड हुआ है। वहां किसी ने भी गेट कीपर ट्रेनिंग नहीं की हुई थी। इसके अलावा जिला प्रशासन ने सभी पीजी और हॉस्टल रूम में हैंगिंग डिवाइस लगाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन एस पीजी रूम में पंखे में हैंगिंग डिवाइस भी नहीं थी।
यह भी पढ़ें

भजनलाल सरकार ने फिर से खोला राहत का पिटारा! कैबिनेट बैठक में इन बड़े मुद्दों पर लगी मुहर

Hindi News / Kota / शिक्षा नगरी फिर से हुई शर्मसार! 7 दिन पहले कोटा आए छात्र ने की खुदकुशी, पीजी में नहीं लगी थी हैंगिंग डिवाइस

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.