जिला कलक्टर ने लिखा कि साहिर साहब की ये पंक्तियां इस जीवन के संघर्षों पर विजय और ईश्वर के उसमें योगदान को पूरे तौर पर रेखांकित करती हैं। कुछ समय बाद आप नीट और जेईई एडवांस के पेपर देंगे, प्यारे बच्चों आपको यह याद रखना है कि हर असफलता आपको मौका देती है जीवन में की गई गलतियों को जीतकर उसे सफलता में बदलने का।
ये परीक्षा एक पड़ाव मात्र है न कि मंजिल और इसमें फेल होना, आपके जीवन की दिशा निर्धारित नहीं कर सकता। मैं खुद इसका उदाहरण हूं, मैं भी पीएमटी में फेल हो चुका हूं। हम केवल मेहनत कर सकते हैं फल देना ईश्वर का काम और वो ईश्वर कभी अपने कर्तव्य में चूक नहीं कर सकता, इसलिए वो हमें सफल बना रहा है तो वो ठीक है और यदि असफल कर रहा है तो शायद वो हमारे लिए दूसरा रास्ता चुन रहा है। इसलिए मुझे आपसे बस इतना कहना है कि आप इस महान भारत की महान संतान हैं और केवल एक परीक्षा को आपके लक्ष्य प्राप्ति की कसौटी नहीं माना जा सकता।
आप चल रहे हो तो गिरोगे भी, लेकिन सार्थकता तब ही है जब आप गिर कर उठें और फिर अपनी मंजिल की ओर चलें, बिना रुके, बिना थके, ताकि इस देश को आप पर गर्व हो सकें।
जय हिंद