संयुक्त निदेशक एम. रघुवीर ने बताया कि कोचिंग समूह के संचालकों ने अघोषित आय स्वीकार कर ली है। 85 करोड़ की अघोषित आय कोचिंग समूह के यहां मिली है। इसमें करीब 55 लाख की ज्वैलरी व 10 लाख की नकदी भी शामिल है। जबकि 15 करोड़ की अघोषित आय इस समूह से जुड़े कारोबारियों एवं सहयोगियों से मिली है। उन्होंने बताया कि एसेसमेंट जारी रहेगा। आयकर अधिकारी निवेश से संबंधित दस्तावेज अपने साथ ले जा रहे हैं।
हाड़ौती की सबसे बड़ी कार्रवाई कोटा संभाग की अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। गौरतलब है कि आयकर विभाग की टीमें छह दिन से लगातर कार्रवाई कर रही थी। इस कोचिंग समूह के देशभर में 40 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की कार्रवाई शुरू की। कोटा में पहले दिन 22 प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई शुरू की थी।
कोटा में करीब चालीस आयकर अधिकारी व कर्मचारी पिछले छह दिन से डेरा डाले हुए थे। प्रदेश के जयपुर,जोधपुर, उदयपुर, भीलवाड़ा, सीकर सहित अन्य जिलों में करीब 27 ठिकानों व देशभर के कुल 40 ठिकानों पर कार्रवाई की थी।
रिश्तेदारों को भी खंगाला आयकर विभाग ने कोचिंग समूह के दूर के रिश्तेदारों को भी नहीं छोड़ा है। करीब एक दर्जन रिश्तेदारों व फेकल्टी के यहां भी जांच की है। इसके अलावा इस समूह से जुड़े कारोबारी व सहयोगियों के भी दो से तीन दिन तक पड़ताल की है। सहयोगियों के यहां से भी लेन-देन से संबंधित कई दस्तावेज जब्त कर ले गए हैं। कर विशेषज्ञों का कहना है कि छापेमारी में जितनी अघोषित आय मिलती है, उस पर 60 प्रतिशत कर देय होगा।