सावन माह की शुरुआत होते ही शिवभक्तों में उल्लास छा गया है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित शिवालयों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं। भगवान शिव का पूजन कर आक-धतूरा, बिल्व पत्र अर्पित कर सुख-समृद्धि की कामना कर रहे हैं। शिक्षा नगरी कोटा शिव भक्ति में लीन हो गई है। नीलकंठ महादेव, भीतरिया कुंड, कर्णेश्वर, शिवबाड़ी समेत अन्य मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लग रही है। शिवालय भजन, मंत्र व जयकारों से गुंजायमान हो रहे हैं। सावन माह में भक्ति की बयार पूरे माह बहेगी। श्रद्धालु व्रत रखेंगे, शिव को मनाएंगे। कोटा के थेगड़ा स्थित शिवपुरी धाम में 525 शिवलिंग का जलाभिषेक करते श्रद्धालु। कोटा में निकली कांवड़ यात्रा के दौरान सजाई भोलेनाथ की आकर्षक झांकी व कीर्तन करते श्रद्धालु। कोटा के रेतवाली स्थित प्राचीन नीलकंठ महादेव मंदिर में दर्शन को लगी कतार। कोटा के भीतरिया कुंड स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर में किया गया मनमोहक शृंगार। कोटा के रामतलाई स्थित जगत माता मंदिर में किया गया शृंगार। कोटा में निकली कांवड़ यात्रा में शामिल शिवभक्त।
सावन माह की शुरुआत होते ही शिवभक्तों में उल्लास छा गया है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित शिवालयों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं। भगवान शिव का पूजन कर आक-धतूरा, बिल्व पत्र अर्पित कर सुख-समृद्धि की कामना कर रहे हैं। शिक्षा नगरी कोटा शिव भक्ति में लीन हो गई है। नीलकंठ महादेव, भीतरिया कुंड, कर्णेश्वर, शिवबाड़ी समेत अन्य मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लग रही है। शिवालय भजन, मंत्र व जयकारों से गुंजायमान हो रहे हैं। सावन माह में भक्ति की बयार पूरे माह बहेगी। श्रद्धालु व्रत रखेंगे, शिव को मनाएंगे। कोटा के थेगड़ा स्थित शिवपुरी धाम में 525 शिवलिंग का जलाभिषेक करते श्रद्धालु। कोटा में निकली कांवड़ यात्रा के दौरान सजाई भोलेनाथ की आकर्षक झांकी व कीर्तन करते श्रद्धालु। कोटा के रेतवाली स्थित प्राचीन नीलकंठ महादेव मंदिर में दर्शन को लगी कतार। कोटा के भीतरिया कुंड स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर में किया गया मनमोहक शृंगार। कोटा के रामतलाई स्थित जगत माता मंदिर में किया गया शृंगार। कोटा में निकली कांवड़ यात्रा में शामिल शिवभक्त।