कोटा महोत्सव के आयोजन को लेकर शुक्रवार को जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। इसमें निर्णय लिया गया कि तीन दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव को युवाओं, महिलाओं, स्वरोजगारियों, उद्यमियों, स्वयंसेवी संस्थाओं और आमजन की भागीदारी से विशिष्ट बनाया जाएगा। कोटा के पर्यटन स्थलों, धरोहरों से आमजन का जुड़ाव बढ़ाने और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इस आयोजन में विविधतापूर्ण गतिविधियों को शामिल किया जाएगा।
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‘साफा डे’ पर साफा बांध ऑफिस जाएं अधिकारी-कर्मचारी
कलक्टर ने बताया कि महोत्सव के विभिन्न आयोजनों में पारम्परिक वेशभूषा पहनने को प्रेरित किया जाएगा। इसी के साथ 23 दिसम्बर को ‘साफा डे’ निर्धारित किया गया है, जिसमें जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ ही आयोजन में भाग लेने वाले सभी नागरिकों से साफा या कोटा पाग पहनने का अनुरोध किया जाएगा।शौर्य घाट पर प्रवेश नि:शुल्क रहेगा
कोटा महोत्सव की शुरुआत 23 दिसम्बर को खड़े गणेशजी की महाआरती के साथ शुरू होगा। इसके बाद विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। अधिकांश कार्यक्रमों का आयोजन स्थल चंबल रिवर फ्रंट रहेगा। इस दौरान रिवर फ्रंट के शौर्य घाट पर प्रवेश नि:शुल्क रखा जाएगा। तीन दिनों में हैरिटेज वॉक छोटी-बड़ी समाध से मथुराधीश मंदिर तक, फोटो, पेंटिंग प्रदर्शनी, लघु फिल्मोत्सव, युवा कार्यक्रम, कोटा डोरिया शो, किशोर सागर में बोट पर बैंड वादन एवं अन्य आकर्षक गतिविधियां, आतिशबाजी, फूड कोर्ट, आदि प्रस्तावित हैं। यह भी पढ़ें