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रविवार शाम को सब्जी लेने गया तो पीछे से वारदात हो गई। नीरज ने चंद्रकांता पाठक पर पत्नी व बेटे की हत्या करने का शक जाहिर किया है। रोते हुए नीरज अपनी मामी से यही कह रहा था कि वह घर से बाहर नहीं जाता तो यह नहीं होता। सब खत्म कर दिया मेरा। अब छोटी बच्ची को कैसे पालूंगा। सूचना पर पहुंचे रिश्तेदार व पड़ोसी उसे सांत्वना देते रहे।
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किसी को नहीं आई गोली की आवाज
घटना के बाद पड़ोसियों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने बताया कि उन्होंने गोली चलने की आवाज तो नहीं सुनी, लेकिन घटना के बाद शोर जरूर सुना था कि मार दिया, मार दिया। कुछ लोगों ने एक व्यक्ति को भागते हुए भी देखा था, लेकिन वह किस वाहन से आया और भागकर कहां गया। यह किसी ने नहीं देखा।
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घटना से पहले झगड़े की आशंका
लोगों ने बताया कि जिस समय यह घटना हुई। उससे कुछ देर पहले नीरज और सोहनी के बीच कहासुनी व झगड़ा हो रहा था। इसके बाद नीरज सब्जी लेने गया और उसी बीच यह घटना हो गई। कुछ लोगों ने बताया कि नीरज के घर में जिस समय यह घटना हुई, उस समय तेज आवाज में गाने चल रहे थे। इस कारण से किसी ने गोली की आवाज नहीं सुनी।
मेरा क्या कसूर
मां के द्वारा घर से बाहर फेंके जाने के बाद से मासूम तान्या मायूस है। वह समझ नहीं पा रही थी कि जिस मां से उसे हमेशा दुलार मिला, उसी ने उसे क्यों फेंक दिया। वो बेखबर है कि उसकी मां अब नहीं रही।