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कोटा

ChambalRiver:चबल के बूढ़े बांधों की होगी ‘सर्जरी’

कोटा. राजस्थान की एकमात्र सदानीरा चबल नदी पर 60 के दशक में बने बांधों की सेहत सुधारने की तैयारी है, ताकि चबल के राजस्थान में स्थित तीनों बांधों की लाइफ अगले 25-30 साल बढ़ जाए। बांधों को आधुनिकतम तकनीक से जोड़ा जाएगा। इसके लिए जल संसाधन विभाग ने केन्द्रीय जल आयोग से रायशुमारी कर नए सिरे से कोटा बैराज, जवाहर सागर और राणा प्रताप सागर बांध की मरमत के लिए 182 करोड़ से अधिक का प्रस्ताव भेजा है। कोटा बैराज के गेटों पर ऐसा मेटल चढाया जाएगा, जिससे गेटों की उम्र 25 से 30 साल और बढ़ जाएगी। राणा प्रताप सागर और जवाहर सागर बांध के नए गेट लगाए जाएंगे। कोटा बैराज से निकलने वाली दाईं और बाईं मुय नहर से राजस्थान और मध्यप्रदेश की साढ़े पांच लाख हैक्टेयर जमीन सिंचित होती है। गांधी सागर बांध मध्यप्रदेश की सीमा में आता है, अत: उसकी मरमत का काम मध्यप्रदेश शासन के अधीन होगा।

Sep 25, 2024 / 12:49 pm

नीरज गौतम

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कोटा बैराज की क्षतिग्रस्त रेलिंग
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कोटा बैराज की क्षतिग्रस्त सड़क
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कोटा बैराज के गेट से हो रहा पानी का रिसाव
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कोटा बैराज की क्षतिग्रस्त रेलिंग
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कोटा बैराज के भराव क्षेत्र का लिया नजारा।

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