चंद्रेसल मठ का जीर्णोद्धार कर रहे मजदूरों ने मुख्य मंदिर का सभा मंडप तोड़ उसके मलबे में दसवीं सदी की दर्जन भर दुर्लभ प्रतिमाओं को दबा दिया।
•Jan 31, 2018 / 11:45 am•
Zuber Khan
चंद्रेसल मठ में मुख्य शिव मंदिर के गर्भ गृह की बाहरी दीवारों पर स्थापित 10 दुर्लभ दिग्पालों में से 5 चोरी हो चुके हैं।
खण्डहर में तब्दील चन्दे्रसल मठ स्थित शिव मंदिर।
चन्द्रेसल मठ में मलबे के ढेर में दबी 1100 साल पुरानी मूर्तियां।
पुरातत्व विभाग ने जीर्णोद्धार के नाम पर सदियों पुरानी विरासत को बर्बाद कर दिया।
चंद्रेसल मठ देश के उन विलक्षण धार्मिक स्थलों में से है जहां चंद्र को दिग्पाल स्थान दिया गया। यह राजस्थान का ऐसा इकलौता धार्मिक स्थल है, जहां 1100 साल पुरानी नारायणी दुर्गा, चतुर्भुज दुर्गा, अंधकासुर वध, कीचक और चामुक प्रतिमाएं मौजूद थीं, लेकिन इनमें से अधिकांश या तो लापता हैं या फिर मलवे में दब गई।
ग्यारह सौ साल पुराने इस चंद्रसेल मठ की क्षतिग्रस्त दीवार।
Hindi News / Photo Gallery / Kota / कोटा के प्राचीन शिव मंदिर में तबाही, सदियों पुरानी मूर्तियां तोड़ी…देखिए तस्वीरों में