जबकि गत वर्ष 23 आईआईटी की 17385 सीटों के लिए जोसा काउंसलिंग हुई थी। इस वर्ष यह संख्या बढ़कर 17740 हो गई है। इसमें 355 सीटों का इजाफा हुआ है। इसमें आईआईटी भुवनेश्वर की 20, आईआईटी बॉम्बे की 12, खड़गपुर की 30, जोधपर में 50, गांधीनगर में 30, पटना में 84, गुवाहाटी में 10, भिलाई में 40, तिरूपति में 10 और धारवाड़ में 75 सीटों की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा आईआईटी मद्रास में गत वर्ष की तुलना में 6 सीटों की कमी आई है। जबकि आईआईटी मद्रास में डाटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की 50 सीटें बढ़ाई गई है।
किस आईआईटी में कितनी सीटें आईआईटी भुवनेश्वर – 496, आईआईटी बॉम्बे – 1368, आईआईटी मंडी – 520, आईआईटी दिल्ली – 1209, आईआईटी इंदौर – 480, आईआईटी खड़गपुर – 1899, आईआईटी हैदराबाद – 595, आईआईटी जोधपुर – 600, आईआईटी कानपुर – 1210, आईआईटी मद्रास – 1128, आईआईटी गांधीनगर – 400, आईआईटी पटना – 817, आईआईटी रूडकी – 1353, आईआईटी धनबाद – 1125, आईआईटी रूपर – 430, आईआईटी वाराणसी – 1589, आईआईटी गुवाहाटी – 962, आईआईटी भिलाई – 283, आईआईटी गोवा – 157, आईआईटी पल्लकड़ – 200, आईआईटी तिरूपति – 254, आईआईटी जम्मू – 280, आईआईटी धारवाड़ – 385
कौनसी आईआईटी में क्या नया आईआईटी मुम्बई में इंडस्ट्रीयल इंजीनियरिंग एण्डऑपरेशन्स रिसर्च में 40 सीट, आईआईटी मद्रास में डाटा साइंस एण्ड आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में 50 सीटें, आईआईटी खडगपुर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की 30 सीटें, आईआईटी गांधीनगर में इंटीग्रेटेड सर्किट डिजाइन एण्ड टेक्नोलॉजी में 30 सीट, आईआईटी भुवनेश्वर में इंजीनियरिंग फिजिक्स की 20 सीटें बढ़ी हैं। आईआईटी तिरूपति में इंजीनियरिंग फिजिक्स की 10, आईआईटी भिलाई की 40, आईआईटी धनबाद की 45 सीटों का इजाफा हुआ है। साथ ही आईआईटी पटना में इकोनोमिक्स की 24, बीटेक केमिकल साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी, एमबीए हास्पिटल एण्ड हेल्थ केयर मैनेजमेंट, बैचलर ऑफ टैक्नोलॉजीएण्ड एमबीए में 5, बीटेक सिविल इंजीनियरिंग 6, बीटेक कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग 5, बीटेक इलेक्ट्रोनिक्सएण्ड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग 5, इंजीनियरिंग फिजिक्स 6, मैथेमेटिक्स एण्डकम्यूटिंग 5, मेटेलर्जिकलएण्डमटिरियल इंजीनियरिंग 6, इलेक्ट्रीकलएण्डइलेक्ट्रोनिक्स इंजीनियरिंग 6, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एण्ड डाटा साइंस 5, केमिकल इंजीनियरिंग 5, मैकेनिकल इंजीनियरिंग 15, इकोनोमिक्स एंड एमबीए में 6 सीटें बढ़ी है। इनमें ज्यादातर कोर्सेज एमबीए के साथ वाले हैं।
इन आईआईटी ने पुरानी ब्रांचें बंद की आईआईटी खड़गपुर ने इस वर्ष समस्त 5 वर्षीय ड्यूल डिग्री कोर्स बंद कर दिए है। साथ ही आईआईटी भुवनेश्वर ने पिछले कुछ सालों में खोली 5 वर्षीय ड़यूल डिग्री कोर्स भी बंद कर दिए है। इससे उन स्टूडेंट्स को नुकसान हो सकता है, जिनकी रैंक पीछे है। पहले पीछे वाले रैंक वाले स्टूडेंट्स को इन कोर्स में दाखिला मिल जाता था।