गौरतलब है कि मनेंद्रगढ़ सीट से कांग्रेस ने विधायक डॉ. विनय जायसवाल का टिकट काटकर रमेश सिंह प्रत्याशी बनाया है। इधर डॉ. विनय जायसवाल ने बगावती तेवर अपनाते हुए नामांकन फॉर्म खरीदा है। नामांकन फॉर्म खरीदने के बाद उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा है कि चुनाव तो लड़ूंगा और जीतूंगा भी।
पिछले 10 दिनों में मैंने मेरे साथ जुड़ी जनभावना की आंखों में मैंने आंसू देखें हैं, ऐसे में मैं उन्हें कैसे छोड़ सकता हूं। मेरे नामांकन फॉर्म खरीदने आने की सूचना भर से लोग उमड़ पड़े। उन्हें लगता है कि मैं उनका प्रतिनिधित्व करूं तो इनके साथ मैं कैसे विश्वासघात कर सकता हूं।
किस पार्टी से लड़ूंगा ये अभी तय नहीं
डॉ. जायसवाल ने कहा कि किस पार्टी से चुनाव लड़ूंगा यह बाद में निर्णय होगा। कांग्रेस के बारे में उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। विधायक डॉ. विनय जायसवाल के नामांकन फॉर्म खरीदने से कांग्रेस खेमे में खलबली मच गई है।
गौरतलब है कि अविभाजित कोरिया जिले की तीनों विधानसभा सीटों में मनेंद्रगढ़ विधायक की ही टिकट काटी गई है, जबकि भरतपुर-सोनहत सीट से विधायक गुलाब कमरो व बैकुंठपुर सीट से अंबिका सिंहदेव को दोबारा टिकट दी गई है।
चिंतामणी भी टीएस के खिलाफ चुनाव लडऩे को तैयार
टिकट कटने से कांग्रेस के एक और विधायक संगठन से नाराज चल रहे हैं। सामरी विधायक चिंतामणि महाराज ने भी भाजपा की ओर से अंबिकापुर सीट से डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के खिलाफ चुनाव लडऩे की इच्छा जताई है।
एक दिन पूर्व ही भाजपा के वरिष्ठ नेता उनसे मिलने पहुंचे थे। गौरतलब है कि भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए चिंतामणि महाराज कांग्रेस से 2 बार विधायक (लुंड्रा व सामरी सीट) रह चुके हैं। इस बार उनकी टिकट काट दी गई है।