बताया जाता है कि गांव गिधौरी में रहने वाले श्रवण सिंह कंवर के परिवार में टमाटर की चटनी बनाई गई थी। रात को परिवार के सभी सदस्यों ने चटनी से भोजन खाया था इसके बाद भी कुछ चटनी बच गई थी। रविवार सुबह परिवार की महिलाओं ने चावल की रोटी (चीला) बनाया। परिवार के सदस्यों ने टमाटर की चटनी के साथ चीला रोटी को खाया।
इसके थोड़ी ही देर बाद बच्चों की आंखों के सामने अंधेरा छाने लगा। उन्हें उल्टी होने लगी। इसके पहले कि परिवार के सदस्य कुछ समझ पाते। घर के वयस्क सदस्यों में भी उल्टी और आंखों के सामने अंधेरा होने की बात सामने आई। उन्होंने पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी। गांव में रहने वाले लोग श्रवण सिंह कंवर के घर पहुंचे तब तक परिवार के सदस्य बेहोश होने लगे थे।
स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना डॉयल 112 पर कॉल कर पुलिस को दी। गांव पहुंची पुलिस ने अपनी गाड़ी से परिवार के 5 सदस्यों को कोरबा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया। इलाज के दौरान दो बच्चों की मौत हो गई। मरने वालों में तीन साल की बच्ची अमृता कंवर और 6 साल का बच्चा आनंद कंवर शामिल हैं। परिवार के तीन अन्य सदस्यों को इलाज मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किया जा रहा है। अभी तक कारण स्पष्ट नहीं हुआ है कि इनके खाने में जहरीला पदार्थ कहां से आया। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
उरगा थानेदार, कृष्ण कुमार वर्मा ने कहा कि जहरीला भोजन खाने खाने से एक परिवार के दो बच्चों की मौत हुई है. इसमें एक बालक और एक बालिका है। परिवार के तीन सदस्यों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया है. भोजन में क्या चीज जहरीला था, यह अभी स्पष्ट नहीं है. इसकी जांच की जा रही है।