चोरी किए गए जेवर की कीमत लगभग दो से ढाई लाख रुपए के बीच की बताई जा रही है। घटना के समय सुकलाल और परिवार के अन्य सदस्य गहरी नींद में थे। रात लगभग साढ़े तीन बजे सुकलाल की नींद खुली। उसने दरवाजे को खुला ुहुआ देखा। घर में सामान बिखरा पड़ा था।
यह देखकर सुकलाल के होश उड़ गए। उसने परिवार के सदस्यों को जगाया। सूचना आसपास के लोगों को हुई। पुलिस को अवगत कराया गया। सुकलाल उद्यानिकी विभाग की पताढ़ी स्थित नर्सरी में काम करता है। बताया जाता है कि जिस कमरे में अलमारी रखा हुआ था। उस कमरे में भी परिवार के सदस्य सोए हुए थे। लेकिन उन्हें चोरी की भनक नहीं लगी। चोरों ने मकान के पीछे दरवाजे पर लगा ताला को तोड़ा।
बाहर के दरवाजे को भी खोला। घर से अलमारी को उठाकर काफी दूर ले गया। वहां अलमारी को तोड़ दिया और चोरी की घटना को अंजाम दिया।