मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि 10 अक्टूबर 2020 को लेमरू थानांतर्गत ग्राम केउबहरा में रहने वाली युवती असीमा बड़ा 20 साल कोरबा जाने के लिए घर से निकली थी। इसके बाद घर नहीं लौटी। परिवार ने असीमा की खोजबीन की। रिश्तेदारों के यहां पतासाजी की। कोई जानकारी नहीं मिली तो पुलिस को सूचना दी।
घटना के तीन माह बाद पुलिस ने असीमा की गुमशुदगी के मामले में 11 जनवरी 2021 को लेमरू थाना में केस दर्ज किया। मामले की छानबीन हुई लेकिन कुछ सुराग नहीं मिला। पुलिस ने मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। इस बीच पुलिस ने जिले से लापता लोगों के संबंध में फिर से जानकारी जुटाना शुरू किया तो पता चला कि असीमा अभी तक घर नहीं लौटी है। पुलिस की एक टीम ने असीमा की बड़ी बहन एम्मा बड़ा से पूछताछ की। पता चला कि असीमा बड़ा जिस समय घर से लापता हुई, वह दो माह की गर्भवती थी।
उसका प्रेम संबंध अनसेलम लकड़ा से चल रहा था। अनसेलम भी केउबहरा में रहता है। अनसेलम असीमा को लेकर एक झोलछाप डॉक्टर के पास भी गया था जिसने गर्भपात कराने के लिए दवा दिया था। पुलिस ने असीमा के लापता होने से संबंधित जांच का दायरा बढ़ा दिया। घटना के समय पूर्व में लिए गए बयान से मिलान किया तो पता चला कि उस समय भी अनसेलम लकड़ा का बयान दर्ज किया गया था।
लेकिन अनसेलम ने अपने बयान में असीमा के गर्भवती होने की जानकारी नहीं दी थी। पुलिस ने एक बार फिर अनसेलम लकड़ा को पकड़ लिया। उससे दोबारा पूछताछ की गई। वह पुलिस को इधर-उधर की बातें बताता रहा। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तब उसने युवती की हत्या करना स्वीकार किया। पुलिस हत्या और सबूत नष्ट करने के आरोप में अनसेलम को गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट में पेश किया गया, यहां से रिमांड में जेल भेज दिया गया।