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तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर 12 बिंदुओं में जांच की गई थी। बीईओ के खाते से 10 लाख रुपए का आहरण एवं खर्च कर दिया गया था। राशि कहां खर्च की गई इसकी कोई जानकारी विभाग के रेकॉर्ड में नहीं थी। बीईओ से पूछने पर उसने अभिलेख भी उपलब्ध नहीं कराया था। कोरोना काल में राज्य आपदा मोचन निधि का डेढ़ लाख लिपिक और सहायक ग्रेड तीन के नाम से नगद भुगतान किया गया। यह भी पढ़ें
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इसी तरह प्रधानपाठक को चेक के माध्यम से दो लाख दिए गए। इस तरह से कुल 23लाख 29 हजार 489 रुपए की अनियमितता की पुष्टि होने पर स्कूल शिक्षा विभाग के अवर सचिव ने पोड़ीउपरोड़ा बीईओ लोकपाल जोगी, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पसान के प्राचार्य प्रवीण कुमार, कंम्प्यूटर ऑपरेटर बृजेन्द्र वानी, सहायक ग्रेड तीन प्रदीप कुमार मिश्रा, छवि कुमार गहिरवार, कोनकोना के प्रधानपाठक रामेश्वर प्रसाद बनवा को निलंबित कर दिया है। यह भी पढ़ें