CG Accident: गुजरात और राजस्थान के 2 मेडिकल स्टूडेंट्स की रायपुर में दर्दनाक मौत, दो कारों में हुई भीषण टक्कर में गई जान
प्रशासन की ओर से आयोजित सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में बढ़ती दुर्घटनाओं को लेकर प्रशासन की ओर से चिंता जताई गई है और बढ़ती दुर्घटना की रोकथाम को लेकर कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया गया था लेकिन दुर्घटनाओं की संया में कमी नहीं आ रही है। आंकड़े बताते हैं कि जनवरी से लेकर मई तक कोरबा जिले में अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 361 हादसों को दर्ज किया गया है। इसमें पुलिस ने एफआईआर लिया है।
इन घटनाओं में मरने वालों की संख्या 189 दर्ज की गई है जबकि घायलों की संख्या 306 हुई है। सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं मई के महीने में हुई है। मई में अलग-अलग स्थान में हुई सड़क दुर्घटना में 48 लोग मारे गए हैं। यह आंकड़ा जनवरी से लेकर मई के बीच सर्वाधिक रहा है। इसी अवधि में 69 यात्री अलग-अलग स्थान में हुए सड़क दुर्घटना में मारे गए हैं। प्रशासन की समीक्षा बैठक में स्पष्ट हुआ है कि इन दुर्घटनाओं का बड़ा कारण लापरवाह ड्राइविंग के साथ-साथ ट्रैफिक नियमों की अनदेखी है। इससे निपटने के लिए प्रशासन अब सड़कों पर सती बरतने की तैयारी कर रहा है।
हालांकि यह सती किस प्रकार से बरती जाएगी, यह अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन प्रशासन के लिए इस दौर में जब दुर्घटनाओं की संया में कमी नहीं आ रही है तो कड़े फैसले लेने की उमीद की जा रही है ताकि कोरबा जिले में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम की जा सके और राहगीरों की जान बचाई जा सके। पिछले कुछ दिन से जिले में लगातार सड़क दुर्घटनाएं हो रही है। इसमें लोग मारे जा रहे हैं। हर दुर्घटना के बाद पुलिस मामले की जांच करती है। ऐसी घटना दुबारा न हो इसके लिए प्रयास करती है, मगर साधन-संसाधन की कमी के कारण जिले में दुर्घटनाओं की रोकथाम करना बेहद मुश्किल होता जा रहा है।
CG Road Accident: सबसे अधिक एनएच पर पाली में हादसा, मरने वालों की संख्या 29
जिले में सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिक लोग राष्ट्रीय राजमार्गों पर मारे जा रहे हैं। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित पाली, बांगो और कटघोरा सबसे अधिक खतरनाक है। हाइवे पर हो रही दुर्घटनाओं में लोगों की सांसें उखड़ रहीं हैं। इस साल मई तक पाली क्षेत्र में हुई अलग-अलग दुर्घटना में 29 लोग मारे गए हैं। वहीं बांगो क्षेत्र में हाइवे और आसपास स्थित हिस्सों में हुई सड़क दुर्घटना में 20 लोगों की जान गई है। मरने वालों में सबसे अधिक दोपहिया वाहन चालक शामिल हैं।