अनुशासनहीन छात्रों की भर्ती भी संदिग्ध
बताया जा रहा है कि अनुशासनहीन छात्र वे हैं जिन्हें अनुत्तीर्ण होने के बावजूद विद्यालय मे पुन: दाखिला दिया गया है। यही नहीं अनुशासनहीनता मे शामिल छात्र दुसरे जिले से आने के बावजूद स्थानीय केशकाल आत्मानंद विद्यालय मे दाखिला दिया गया है। जिसपर विद्यालय के प्राचार्य मनोज डडसेना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक जांच समीति बना दी और पालको को उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर पालको को समझाने का प्रयास किया।
पीडित पालको से मिली जानकारीनुसार, स्कूल में लगातार कुछ छात्रो द्वारा दुसरे छात्रो के साथ मारपीट करते हुये जान से मारने की धमकी दी जा रही है।पालको ने कहा कि, अब पानी सर से ऊपर होने हो चुका है इसलिए विरोध करने स्कूल आना पड़ा। पालको ने कहा कि,अनुशासनहीन व विद्यालय मे दुसरे छात्रो के साथ आतंक फैलाने वाले अनुशासनहीन छात्रो को विद्यालय से बाहर करने की मांग रखी है।
छात्रो का हौसला बुलंद
पालको ने कहा है कि, यदि ऐसे छात्रों पर उचित कार्यवाही नही की जाती है तो वे आने वाले दिनों में उग्र आन्दोलन करने को बाध्य होंगे। ज्ञात हो कि, जब से विद्यालय की नीव डली है तभी से यहां कुछ छात्रो मे अनुशासनहीनता की शिकायत मिलती आ रही है, लेकिन कार्यवाही न होने के चलते ऐसे अनुशासनहीन छात्रो का हौसला लगातार बुलंद होता गया कि, अब उनकी अनुशासनहीनता की आंच शिक्षको तक भी पहुंचने लगी।
शिक्षको से भी बदतमीजी
अनुशासनहीन छात्र अपने साथी छात्रो को आतंकित करने के साथ-साथ शिक्षको से भी बदतमीजी करने मे पीछे नही है। लेकिन विद्यालय की छवि खराब होने की आशंका के चलते मामलो को लगातार दबाकर रखा गया। जिसका दुष्परिणाम यह रहा कि, अनुशासनहीन छात्रो का हौसला बढता चला गया। अब ऐसे छात्रों के चलते विद्यालय मे पढने वाले पालक अपने बच्चो की असुरक्षा का भय भी आ गया। इन्ही सभी विषयो को लेकर आत्मानंद विद्यालय पालक समीति अध्यक्ष सहित पालको का समुह विद्यालय पहुचा था।